तेलंगाना के डीजीपी को चुनाव आयोग ने किया सस्पेंड, दो अफसरों से मांगा स्पष्टीकरण
तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार सस्पेंड किए गए. कारण यह कि काउंटिंग पूरी भी नही हुई थी कि बीच में ही डीजीपी कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को सलाम करने और बधाई देने उनके आवास पहुंच गए थे. चुनाव आयोग ने इसे मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन माना और डीजीपी को सस्पेंड करते हुए दो और आईपीएस अफसरों को नोटिस जारी कर दिया है.
चुनाव आयोग ने चीफ सेक्रेट्री को पत्र भेजकर तेलंगाना के डीजीपी अंजनी कुमार को निलंबित करने की सिफारिश की है. सीएस बर्खास्तगी की कार्रवाई जारी करने की प्रक्रिया में हैं. सूत्रों ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की. क्योंकि डीजीपी ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ हैदराबाद में फूलों के गुलदस्ते के साथ राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और एक उम्मीदवार अनुमुला रेवंत रेड्डी से मुलाकात की. चुनावी रुझानों में कांग्रेस की बढ़त के दौरान ही डीजीपी कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर पहुंच गए थे.
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आयोग ने कहा-वरिष्ठतम अधिकारी को डीजीपी सौंपे प्रभार
डीजीपी के साथ राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत भी मौजूद थे. चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि राज्य के अगले वरिष्ठतम योग्य पुलिस अधिकारी को तुरंत ही तेलंगाना पुलिस महानिदेशक का प्रभार सौंपा जाय. क्योंकि डीजीपी की कार्रवाई चुनाव आचार संहिता और प्रासंगिक आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है और इससे अन्य कनिष्ठ अधिकारियों को गलत संदेश जाएगा.
गलत मिसाल पेश करता है यह आचरण
चुनाव पैनल के एक पदाधिकारी ने डीजीपी की ओर से कोई भी कदाचार न केवल एक गलत मिसाल कायम करता है, बल्कि उन फील्ड संरचनाओं को गलत संकेत भेजता है जो अभी भी चुनाव कराने की प्रक्रिया में हैं. चुनाव आयोग ने राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत से उन परिस्थितियों के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है, जिनके तहत वे रेवंत रेड्डी से मिले थे।