Delhi News: दिल्ली की सत्ता से भले ही आम आदमी पार्टी बाहर हो चुकी है. लेकिन इसके बाद भी उसका पीछा भारतीय जनता पार्टी छोड़ने का नाम नहीं ले रही है. नतीजा साफ है. दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए भाजपा ने अपनी कमर कस ली है. जिसमें साथ निभाने के लिए आप के कुछ चहेते नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बता दें, जिन नेताओं ने पार्टी ज्वाइन की है उनमें तीन पार्षदों के नाम शामिल है. पहली अनीता बसोया दूसरी निखिल चपराना और तीसरी धर्मवीर है. वहीं आप के नेताओं के इस रवैये से केजरीवाल काफी आगबबूला हो बैठे है.
भाजपा में शामिल हुए आप के तीन पार्षद
माना जा रहा है कि आप के इन नेताओं ने भाजपा की मजबूती को देखते हुए पार्टी में शामिल हुए है. ताकि उन्हें एक सुनहरा मौका मिल सकें और इस पार्टी के जरिए वो राजनीति में अपना दबदबा कायम कर सकें. तो दूसरी ओर बीजेपी इन पार्षदों से ये उम्मीद लगा बैठी है कि, आगामी एमसीडी मेयर चुनाव में पार्टी की जीत काफी हद तक बढ़ सकती है.ऐसे में ये साफ जाहिर हो रहा है कि दोनों दलों के नेता अपनी -अपनी रोटियां सेकने में जुटे हुए है. बता दें, मेयर का चुनाव अप्रैल में होना तय माना जा रहा है. इन तीन पार्षदों की एंट्री होते ही भाजपा की सीटें अब आम आदमी पार्टी से कई गुना अधिक हो गई हैं.
पार्षदों की करतूतों पर केजरीवाल ने की निंदा
वहीं भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों की करतूतों पर निंदा करते हुए केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, भाजपा की नजरे हमेशा से दूसरे के नेताओं पर ही रहती है. हालांकि उसे ये पता है कि आप के नेता बहुत ही मेहनती औऱ ईमानदार है तभी तो मेरे तीन पार्षदों को अपनी पार्टी में बहला-फूसलाकर शामिल कर लिया है. जिससे भाजापा अपनी पार्टी को काफी मजबूत बनाना चाहती है. इसी के आगे उन्होंने ये भी कहा कि लेकिन हम भी किसे से कम नहीं. दिल्ली हार गए इसका मतलब ये नहीं कि मेरी पार्टी कमजोर है और राजनीति का खेल हम नहीं जानते हैं.