गुरु जी! सोशल मीडिया से करें परहेज

उत्तर प्रदेश में अब प्राइमरी स्कूलों के शिक्षक और कर्मचारी सोशल मीडिया से परहेज करते नजर आएंगे। क्योंकि लखनऊ मंडल के सभी छह जिलों को एक निर्देश जारी किया गया है। निर्देश के मुताबिक सोशल मीडिया पर अब कोई भी शिक्षक या कर्मचारी किसी भी प्रकार के अमर्यादित या भ्रामक जानकारी डालते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

AD बेसिक ने जारी किए निर्देश

पिछले दिनों एक शिक्षक की ओर से सोशल मीडिया पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने की शिकायत पर यह निर्देश एडी बेसिक महेंद्र सिंह राणा ने जारी किए हैं। एडी बेसिक ने इस बारे में मंडल के सभी बीएसए को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं।

उन्होंने लिखा है कि उन्हें राजकीय वित्त एवं लेखा(शिक्षा) कर्मचारी एसोसिएशन की ओर से शिकायत पत्र मिला है। इसमें एक शिक्षक द्वारा सोशल पर अमर्यादित भाषा के प्रयोग की शिकायत की गई है।

सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ी

राणा ने लिखा है कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया की सक्रियता बढ़ी है। लेकिन एक ओर तो यह सक्रियता सकारात्मक है, वहीं दूसरी ओर नकारात्मक भी है। सोशल मीडिया में प्रसारित भ्रामक सूचनाओं के कारण विभागीय कर्मचारी और अधिकारी असमंजस में पड़ जाते हैं, वहीं विद्यालयों के पठन-पाठन में गतिरोध होता है।

गलत सूचना से फैलता है भ्रम

एडी बेसिक ने पिछले साल शीतकालीन अवकाश के दौरान भ्रामक सूचनाओं का जिक्र भी किया है। इसमें कहा गया है कि इसी प्रकार समय-समय पर अवकाश संबंधी भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जाती हैं।

कई बार तो अधिकारियों के तबादले की भी गलत सूचनाएं प्रसारित हुई हैं। जिस कारण जनता से लेकर अधिकारियों तक के मन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

BEO पर भी होगी कार्रवाई

एडी बेसिक ने सभी बीएसए को लिखे पत्र में गलत सूचना प्रसारित करने पर शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ अधिकारियों पर भी कार्रवाई की बात कही है।

पत्र में लिखा गया है कि आपके अधिनस्थ कोई भी शिक्षक, कर्मचारी अधिकारी अमर्यादित भाषा व भ्रामक सूचना प्रसारित करता है तो उसे चिन्हित कर उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाए।