क्या Multiverse सच में मौजूद हैं, सच्चाई जान हो जाएंगे हैरान …
Multiverse: हमारे ब्रह्मांड के बाहर क्या है ? यह ऐसा सवाल है, जिसका ठोस जवाब फिलहाल विज्ञान के पास भी नहीं है. हम अभी अपने ब्रह्मांड के ही अनगिनत रहस्यों को नहीं सुलझा पाए हैं. साइंटिस्ट मानते हैं कि हमारा ब्रह्मांड अनंत हैं और इसका कोई छोर नहीं. ऐसे में ब्रह्मांड के बाहर क्या है, इसका अनुमान लगाना भी काफी मुश्किल है. लेकिन, इससे जुड़ा एक कॉन्सेप्ट काफी लोकप्रिय है, मल्टीवर्स (Multiverse) यानी ढेर सारे ब्रह्मांड.
हिंदू माइथोलॉजी में मल्टीवर्स का जिक्र
मल्टीवर्स शब्द से लगता है कि यह विषय काफी आधुनिक है, लेकिन इस अवधारणा का ज़िक्र हिंदू माइथोलॉजी (Hindu mythology) में भी है. महर्षि वाल्मीकि के लिखे ‘योग वशिष्ठ’ या फिर महारामायण को अद्वैत वेदांत के सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक माना जाता है. इसमें ना सिर्फ मल्टीवर्स, बल्कि टाइम ट्रैवल जैसे आधुनिक सिद्धांतों की भी झलक मिलती है.
मल्टीवर्स थ्योरी का क्या मतलब है ?
मल्टीवर्स, संभावित रूप से विविध अवलोकन योग्य ब्रह्मांडों का एक काल्पनिक संग्रह, जिनमें से प्रत्येक में वह सब कुछ शामिल होगा जो पर्यवेक्षकों के जुड़े समुदाय द्वारा प्रयोगात्मक रूप से पहुंच योग्य है. देखने योग्य ज्ञात ब्रह्मांड, जो दूरबीनों के लिए सुलभ है, लगभग 90 अरब प्रकाश वर्ष चौड़ा है.
क्या होता हैं मल्टीवर्स
मल्टीवर्स यानि एक से अधिक कई सारे यूनिवर्स (Universe) की अवधारणा विज्ञान (Concept of Science) में तो हैं, लेकिन इसके होने या ना होने की पुष्टि करने की स्थिति में वैज्ञानिक नहीं है. अभी तक इस अवधारणा का डार्क मैटर की तरह कहीं उपयोग भी नहीं हुआ है. लेकिन इस विज्ञान फंतासी फिल्म में इसका उपयोग किया गया है.
मल्टीवर्स की अवधारणा किसने दी ?
मध्य युग में एकाधिक ब्रह्मांडों की अवधारणा अधिक परिभाषित हो गई है. अमेरिकी दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक विलियम जेम्स ने 1895 में “मल्टीवर्स” शब्द का इस्तेमाल किया था, लेकिन एक अलग संदर्भ में. आधुनिक वैज्ञानिक संदर्भ में यह अवधारणा पहली बार 1895 में बोल्ट्ज़मैन और ज़र्मेलो के बीच बहस के दौरान सामने आई.
मल्टीवर्स में कितने ब्रह्मांड हैं ?
एक स्पष्ट प्रश्न जो उठता है, वह यह है कि वास्तव में इनमें से कितने समानांतर ब्रह्मांड हो सकते हैं. एक नए अध्ययन में, स्टैनफोर्ड के भौतिक विज्ञानी आंद्रेई लिंडे और विटाली वानचुरिन ने सभी संभावित ब्रह्मांडों की संख्या की गणना की है, जिसका उत्तर 10^10^16 है.
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मल्टीवर्स थ्योरी कितनी संभावना है ?
क्या मल्टीवर्स को कभी सिद्ध किया जा सकता है ? जैसा कि हम अब तक इसे समझते हैं. नहीं, यही कारण है कि मल्टीवर्स की चर्चा का कुछ वैज्ञानिकों द्वारा उपहास किया जाता है. लेकिन दूसरी ओर इसका मतलब यह नहीं है कि यह एक दिन वैज्ञानिक सिद्धांत नहीं बन सकता. वैज्ञानिक लुईस ने कहा, ” हमें नहीं पता कि यह परीक्षण योग्य है या नहीं .”
written by – Harsh Srivastava