आखिर क्यों कर रहे हैं सिपाही डीजीपी की इस अपील का विरोध
केरल में आई बर्बादी की बाढ़ से शायद ही कोई ऐसा शख्स होगा जिसे इसकी जानकारी नहीं होगी। हर कोई वहां फंसे हुए लोगों की मदद के लिए या तो रुपये या सामान दे रहा है, ताकि किसी मुसीबत में पड़े व्यक्तियों को राहत मिल पाए।
पुलिसकर्मियों से भी ऐसा करने की अपील
ऐसे में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने भी अपनी एक दिन की सैलरी बाढ़ पीड़ितों के लिए राहतकोष को देने के साथ पुलिसकर्मियों से भी ऐसा करने की अपील की है। इस अपील का ग्राउंड लेवल के पुलिसकर्मी इसका खासा विरोध जता रहे हैं।
डीजीपी ने किया था ट्वीट
जानकारी के मुताबिक, कल डीजीपी ओपी सिंह ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘मैं प्रार्थना करता हूं कि केरल के लोगों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता है और अपील करता हूं कि यूपी पुलिस का प्रत्येक कर्मचारी अपनी स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन केरल बाढ़ के पीड़ितों की मदद के लिए दान करें’।
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हालांकि इसमें तो कोई शक नहीं है कि डीजीपी की ये पहल काफी सराहनीय है, लेकिन अगर बात करें उन सिपाहियों की, जिनका घर ही सिर्फ उसी सैलरी से चलता है, उनके लिए ये काफी मुश्किल काम है।
निचले स्तर के पुलिसकर्मियों का कहना है कि सिपाहियों को सैलरी के नाम पर वैसे भी बहुत कम रुपये मिलते हैं, जिनसे घर चलाना ही बहुत मुश्किल होता है। अगर ऐसे में अगर उन्हें अपने एक दिन की सैलरी सिर्फ इसीलिए देनी पड़ जाए, क्योंकि डीजीपी ने अपील की है, तो इससे सिपाहियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
लखनऊ के सिपाहियों ने जताया कड़ा विरोध
डीजीपी की इस पहल का राजधानी लखनऊ में सिपाही काफी विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हम अपने मन से दान दे देते तो ठीक था, लेकिन डीजीपी की अपील के बाद अगर हम दान नहीं देते हैं तो ये अनुशासनहीनता कहलाई जायगी।
एक सिपाही का तो ये कहना है कि हम अपनी सैलरी देकर उनकी दिक्कतें तो हल कर देंगे पर हमारी दिक्कतों की सुनवाई कौन करेगा?
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