वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्र-छात्राओं की लगातार मांग को देखते हुए कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने पचपन (55) लोगों के बैठने की क्षमता वाली एक बस को मंजूरी दे दी. यह बस सीसीटीवी कैमरे और अन्य सुविधाओं से युक्त है. इसे परिसर में छात्रों के आवागमन के लिए स्वीकृति मिली है. यह बस महिला महाविद्यालय से अपने निर्धारित मार्ग पर चलेगी. इसका परिचालन शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है.
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इसका शुभारम्भ सुबह 8 बजे मुख्य आरक्षाधिकारी डॉ. शिव प्रकाश सिंह ने किया. इस अवसर पर प्रो. ताबिर कलाम (उप मुख्य आरक्षाधिकारी), प्रो. शत्रुघ्न त्रिपाठी (उप मुख्य आरक्षाधिकारी) एवं डॉ. सुजीत कुमार सिंह (आरक्षाधिकारी) आदि उपस्थित रहे.
अब परिसर में चलनेवाली बसों की संख्या हुई चार
बस का परिचालन प्रारम्भ होने के बाद पहले से चलाई जा रही 32 लोगों के बैठने की क्षमता वाली बस अब केवल महिलाओं के लिए परिचालित हो रही है. यह बस नवीन छात्रावास से प्रारम्भ होकर त्रिवेणी संकुल से होते हुए चलेगी. इन दोनों बसों के निर्धारित मार्ग की सूचना विभिन्न छात्रावासों के प्रशासनिक संरक्षकों को प्रेषित की जा चुकी है, ताकि वे अपने-अपने छात्रावासों के अंतःवासियों को इसकी जानकारी दे सकें. छात्रों की मांग पर कुलसचिव प्रो. अरूण कुमार सिंह एवं सम्पदा विभाग के अधिकारियों द्वारा यह कार्यवाही की गई. इस नई बस की सुविधा मिलने के बाद से अब परिसर में कुल चार बसों को संचालन होने लगा है. इससे छात्र-छात्राओं को काफी सुविधा होगी. आपको बता दें कि बीएचयू में आधुनिक सुरक्षा प्रणाली से लैस बस की छात्र-छात्राएं काफी दिनों से मांग कर रहे थे. लेकिन यह मामला महज आश्वासन तक सीमित रहा. पिछले वर्ष आईआईटी की छात्रा से गैंगरेप के अलावा हुई अपराधिक घटनाओं को लेकर काफी आंदोलन हुए. इसके बाद से सुरक्षा और सुविधा मुख्य मुद्दा बना हुआ है. इन मामलों को देखते हुए बीएचयू प्रशासन भी अब विशेष सतर्कता बरत रहा है.