मोदी-शाह के गढ़ में गरजेंगी प्रियंका गांधी, हार्दिक थामेंगे कांग्रेस का दामन
चुनाव की रणभेरी बजने के बाद कांग्रेस ने अपनी आगामी चुनावी रणनीति को आकार देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के गढ़ गुजरात को चुना है। अहमदाबाद में राहुल गांधी की अध्यक्षता में मंगलवार को कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक होने जा रही है। मीटिंग में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के कई नेता अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। यह बैठक खास इसलिए भी है क्योंकि गुजरात में 58 सालों के बाद कांग्रेस सीडब्ल्यूसी बैठक कर रही है। साथ ही गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी आज कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। प्रियंका यहां रैली संबोधित भी कर सकती हैं।
कांग्रेस में शामिल होंगे हार्दिक पटेल
हार्दिक ने कुछ दिन पहले ही अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस में शामिल होने की जानकारी दी थी। हार्दिक पटेल पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के संयोजक हैं। कोर समिति की सदस्य गीता पटेल ने पिछले दिनों बताया था, ‘हार्दिक 12 मार्च को कांग्रेस में शामिल होंगे जब राहुल गांधी गुजरात में होंगे। हार्दिक को अहमदाबाद में आयोजित एक रैली में कांग्रेस में शामिल किया जाएगा। पास ने हार्दिक को पार्टी में शामिल होने की अनुमति दे दी है।’ गौरतलब है कि राजद्रोह के आरोपों से घिरे और जमानत पर चल रहे हार्दिक पटेल ने घोषणा की थी कि वह गुजरात से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
आम चुनाव से ऐन पहले गुजरात में होने वाली यह सीडब्ल्यूसी काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसमें जहां एक ओर पार्टी चुनावों के मद्देनजर अपनी रणनीति तय करेगी, वहीं कांग्रेस मोदी और शाह के घर में आगामी चुनाव की दिशा को लेकर स्पष्ट संकेत देने की कोशिश करेगी। यह सीडब्लूसी इस मायने में भी महत्वपूर्ण होने जा रही है क्योंकि इसमें गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ भाग लेंगे।
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कांग्रेस के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब गांधी-नेहरू परिवार के तीन सदस्य सीडब्ल्यूसी में शामिल होंगे। इसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल होंगी। यूपी ईस्ट की नव निर्वाचित प्रभारी महासचिव के तौर पर काम संभालने वाली प्रियंका की यह पहली सीडब्ल्यूसी होगी। इसके अलावा कांग्रेस 58 साल बाद गुजरात में सीडब्ल्यूसी बैठक करने जा रही है। इससे पहले गुजरात के भावनगर में 1961 में कांग्रेस की सीजडब्ल्यूसी बैठक हुई थी।
विधायक छोड़ रहे पार्टी, कांग्रेस की मुसीबत
एक ओर कांग्रेस जहां नए लोगों को पार्टी का हिस्सा बना रही है वहीं दूसरी ओर पार्टी के विधायक सिलसिलेवार इस्तीफा दे रहे हैं। पिछले चार दिनों में कांग्रेस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दिया है। कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की यहां बैठक से एक दिन पहले जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने पार्टी छोड़ दी और विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को इस्तीफा सौंप दिया था। जनवरी 2018 से अब तक धारविया पांचवें ऐसे कांग्रेस विधायक हैं, जिन्होंने पार्टी को अलविदा कहा है।
त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘धारविया ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुझे बताया कि वह स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं।’ धारविया के इस्तीफे से पहले उनकी पार्टी के पूर्व सहयोगी परषोत्तम सबारिया ने 8 मार्च को ध्रांगधरा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया था। 8 मार्च को माणवदर से कांग्रेस विधायक जवाहर चावड़ा ने भी विधानसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी जॉइन की थी।