गंगा जमुनी तहजीब के पर्याय संज्ञीतज्ञ राशिद खान का निधन

बनारस के लोग भी दुखी, संकटमोचन संगीत समारोह में देते थे प्रस्तुति

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एंटरटेनमेंट डेस्क: मशहूर भारतीय शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खानका लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को निधन हो गया. वह 55 साल के थे. संगीत के सरताज खान को ब्रेन स्ट्रोक के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रशीद खान प्रोस्टेट कैंसर से भी जूझ रहे थे. लंबे समय से उनका इलाज चल रहा था. उन्होंने कोलकाता के पीयरलेस अस्पताल में अंतिम सांस ली.

काशी से था विशेष लगाव

उस्ताद राशिद खान को यू ही नहीं गंगा-जमुनी तहजीब का पर्याय कहा जाता था. खासकर बनारस से उनका काफी लगाव था. वहां यह प्रत्य़ेक साल होने वाले विश्व प्रसिद्ध संकटमोचन संगीत समारोह में भाग लेते थे. उनके निधन की खबर सुनकर वाराणसी के कला व शास्‍त्रीय संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है.

मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में चला था इलाज

बताया जाता है कि शुरुआती इलाज मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में चला, लेकिन बाद में उन्हें कोलकाता शिफ्ट किया गया.

संगीत जगत में शोक की लहर

बताया गया कि उस्ताद खान को 21 दिसंबर को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था. 22 दिसंबर से ही वह अस्पताल में भर्ती थे. बीच में उनकी तबीयत में सुधार हुआ था, लेकिन फिर उनकी हालत बिगड़ गई. उनके पूरे शरीर में संक्रमण तेजी से फैल गया. कई दिनों से उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था. उनके निधन की खबर सामने आते ही संगीत जगत में शोक की लहर छा गई.

11 साल की उम्र में किया परफॉर्म

बता दें कि सिंगर उस्ताद राशिद खान का जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुआ और बचपन से ही संगीत की तालीम मिली. उन्हें इसके लिए कहीं और नहीं जाना पड़ा बल्कि इसकी तालीम अपने नाना उस्ताद निसार हुसैन खान से ही मिली. बताया जाता है कि जब वह 11 साल के थे तब पहली बार मंच पर उन्होंने अपना परफॉर्मेंस दिया. उन्होंने कई फिल्मों में भी अपनी आवाज दी, जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं.

पद्म भूषण से थे सम्मानित

भारत सरकार द्वारा खान को 2006 में पद्मश्री व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला था. 2022 में उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. बंगाल सरकार ने उन्हें बंग विभूषण से भी नवाजा था.

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‘आओगे जब तुम साजना’ से हुए मशहूर-

करीना कपूर और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म ‘जब वी मेट’ में उनकी गाई बंदिश ‘आओगे जब तुम साजना ‘ काफी लोकप्रिय रही, जिसे लोग खूब पसंद करते हैं.

बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी दी आवाज

आपको बता दें कि इसके अलावा रशीद खान ने कई बॉलीवुड फिल्मों में अपनी आवाज दी और मशहूर गाने गाए. इसमें ‘तोरे बिना मोहे चैन नहीं ‘ भी शामिल है. उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म ‘ माई नेम इज खान ‘ के अलावा ‘राज 3’, ‘कादंबरी’, ‘शादी में जरूर आना’, ‘मंटो’ से लेकर ‘मीटिन मास’ जैसी फिल्मों में भी अपनी शानदार आवाज का जादू खूब चलाया है.

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