कोयले की कमी और बिजली संकट को लेकर क्यों फैला पैनिक ? केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताई वजह…

0

कोयला संकट के कारण राजधानी दिल्ली में बिजली गुल होने की संभावनाओं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने पूरी तरह गलत बताया है। आरके सिंह ने रविवार को कहा कि दिल्ली में ना अभी बिजली का कोई संकट है और ना आने वाले दिनों होगा।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हमारे पास कोयले का भरपूर स्टॉक है, कोयला संकट को बेवजह प्रचारित किया गया है। बिजली को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है। कोयले के स्टॉक पर हमारी नजर है।

जितनी आवश्यकता, उतनी होती रहेगी बिजली की आपूर्ति-

दिल्ली में डिस्कॉम के साथ बैठक की अध्यक्षता करने के बाद आरके सिंह ने कहा कि हमने आज सभी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी।

उन्होंने बताया कि इस बैठक में गेल के भी सीएमडी आए हुए थे हमने उन्हें कहा है कि कांट्रैक्ट बंद हो या नहीं, गैस के स्टेशन को जितनी गैस की जरूरत है उतनी गैस आप देंगे।

R. K. Singh

बिना आधार के ये पैनिक इसलिए हुआ क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा। वो मैसेज इसलिए भेजा क्योंकि उसका कांट्रैक्ट समाप्त हो रहा है।

कोयले की उत्पादन क्षमता बढ़ानी है-

हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज़्यादा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया है।

पहले की ​तरह कोयले का 17 दिन का स्टॉक नहीं है लेकिन 4 दिन का स्टॉक है। कोयले की ये स्थिति इसलिए है क्योंकि हमारी मांग बढ़ी है और हमने आयात कम किया है। हमें कोयले की अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी है हम इसके लिए कार्रवाई कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: बीएचयू के खाते में जुड़ी एक और उपलब्धि, जल्द खुलेगा कोयला गुणवत्ता प्रबंधन और उपयोग अनुसंधान केंद्र

यह भी पढ़ें: ठेले पर कोयला बेचने से लेकर BMW में सफर करने की कहानी

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हेलो एप्प इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More