आधी रात को वाराणसी की सड़कों पर निकले सीएम, जानी विकास की हकीकत
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे।
योगी आदित्यनाथ ने देर रात शहर में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया।
सीएम ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की।
इसके बाद स्थलीय निरीक्षण किया।
अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि गुणवत्ता के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाए।
चौक थाने के पास थम गया काफिला
विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण करने के बाद सीएम का काफिला सर्किट हॉउस के लिए निकला।
चौक थाने की इमारत देखते ही उन्होंने काफिला रुकवा दिया। सीएम ने थाने का निरीक्षण किया।
इसके बाद थाने की ऐतिहासिक बिल्डिंग को भव्य रूप देने का निर्देश दिया।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि थाने की साफ सफाई कराने के साथ ही पुनर्निर्माण का कार्य कराया जाए और आकर्षक लाइटिंग कराया जाए।
क्या कहा सीएम ने ?
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी के साथ ही विगत पांच वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में विकास के लिए बहुत कुछ नया हुआ है।
उन कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही काशी की पहचान भगवान विश्वनाथ धाम की परियोजना तेजी के साथ आगे बढ़ सके, इसके लिए निरीक्षण के कार्य हुआ है।
विकास के इन योजनाओं के माध्यम से देश और दुनिया के अंदर आम श्रद्धालु जन जिस तरीके की भावनाएं रखते हैं उन भावनाओं के कार्य आगे बढ़ सके।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा की भी दृष्टि से थाने का निरीक्षण किया है।
1904 की ये हेरिटेज बिल्डिंग है । मुख्य सचिव गृह को मैंने निर्देसब दिया है कि इसके पुनर्निर्माण में जो सुविधाएं चाहिए, उसे उपलब्ध कराया जाए।
निर्माण निगम के अधिकारियों से चल रहे कार्यों की जानकारी ली
इस दौरान उन्होंने लोक निर्माण विभाग और और निर्माण निगम के अधिकारियों से चल रहे कार्यों की जानकारी ली।
साथ ही जितनी जल्दी हो सके कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने चल रहे कार्यों के बारे में पूरी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चारो ओर से भवनों का ध्वस्तीकरण हो चुका है।
ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम कर लिए जाएं।
उन्होंने कारिडोर निर्माण का लेवल और गंगा के जल स्तर से ऊंचाई के बारे में भी पूछा।
धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह , डिप्टी कलेक्टर विनोद सिंह, निखिलेश मिश्रा समेत अधिकारी थे।