ट्रंप ने मारे गए सैनिकों पर अपने दावे का बचाव किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने उस दावे का बचाव किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पूर्ववर्तियों ने मारे गए सैनिकों के परिवारों का अच्छी तरह से ध्यान नहीं रखा था।
उन्हें बुलाना सबसे मुश्किल काम होता है
मीडिया ने ट्रंप के मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में बयान के हवाले से कहा, “मेरी जानकारी के मुताबिक अधिकांश रूप से, मुझे लगता है कि मैंने मारे गए सभी सैनिकों के परिवारों को बुलाया हैं और उन्हें बुलाना सबसे मुश्किल काम होता है।”
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एक बारूदी सुरंग धमाके में मौत हो गई थी
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली की बेटे की मौत के बारे में बात करते हुए कहा, “दूसरे प्रतिनिधियों के बारे में मुझे पता नहीं, मेरा मतलब है कि आप जनरल केली से पूछ सकते हैं कि क्या ओबामा ने उन्हें बुलाया था?”केली के बेटे, मरीन कोर्पस लेफ्टिनेंट रॉबर्ट केली की 2010 के अंत में अफगानिस्तान में एक बारूदी सुरंग धमाके में मौत हो गई थी।
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केली को राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नहीं बुलाया था,
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी का कहना कि उस वक्त केली को राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नहीं बुलाया था, लेकिन ओबामा ने मई 2011 में गोल्ड स्टार परिवारों के लिए नाश्ते की मेजबानी की थी, जिसमें केली और उनकी पत्नी ने भी भाग लिया था।
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परिवारों से कभी मिलने के लिए नहीं बुलाया
ट्रंप ने कहा, “आप लोगों से पूछ सकते हैं। मैं नहीं जानता ओबामा की नीतियां क्या थीं।”राष्ट्रपति की यह टिप्पणी व्हाइट हाउस में सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ओबामा समेत उनके बहुत से पूर्ववर्तियों ने मारे गए सेवाकर्मियों के परिवारों से कभी मिलने के लिए नहीं बुलाया।
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