जामिया यूनिवर्सिटी में बवाल के बाद दिल्ली के सीलमपुर व जाफराबाद इलाके में जमकर हिंसा हुई।दरियागंज में भी पुलिस गश्त तेज कर दी गयी है. हिंसा को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिये गये हैं.
जामिया नगर इलाके में हुए बवाल की आग अभी शांत भी नहीं हुई थी कि तीसरे दिन मंगलवार की दोपहर में उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में हिंसा फैल गई। हिंसा की शुरुआत जाफराबाद और सीलमपुर इलाके से करीब दो बजे के आसपास हुई। देखते-देखते हिंसा और आगजनी वेलकम, शास्त्री पार्क इलाकों में फैल गई।
हिंसा की शुरुआत एक स्कूल बस पर हमले से हुई
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, “हिंसा की शुरुआत एक स्कूल बस पर हमले से हुई। हमलावरों ने पथराव करके बस के शीशे चकनाचूर कर दिए। इसके बाद भीड़ ने राहगीरों को निशाना बनाना शुरू किया। उपद्रवियों के हमले से बचने के लिए राहगीरों ने वाहन छोड़कर मौके से जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया।”
इलाके में हिंसा की खबर फैलते ही उपद्रवियों की भीड़ बढ़ती गई। भीड़ ने उत्तर पूर्वी जिला डीसीपी कार्यालय के आसपास जमकर पथराव किया। जाफराबाद थाने के बाहर पार्किं ग में खड़े वाहनों को आग लगा दी।
अफवाहों को भी हवा दी जाती रही
हिंसा के दौरान अफवाहों को भी हवा दी जाती रही। इससे भी माहौल खराब होता रहा। अचानक आई आफत से निपटने के लिए जिला पुलिस बिल्कुल तैयार नहीं थी। हिंसा फैलने के बाद अतिरिक्त जिलों से तथा रिजर्व पुलिस फोर्स को भी मौके पर बुलाया गया। जब तक अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचता, हालात बेहद बिगड़ चुके थे।
पुलिसकर्मी भी खुद को नहीं बचा पाए
उपद्रवियों के हमले से दिल्ली पुलिसकर्मी भी खुद को नहीं बचा पाए। हमले में कई लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को पुलिस वाले इलाज के लिए ले जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे, क्योंकि भीड़ सीधे-सीधे पुलिस और आम नागरिकों को ही निशाने पर लेने पर उतारू थी।