छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद से रमन सिंह ने दिया इस्तीफा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन रमन सिंह ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है। अपनी हार मानते हुए कहा कि मैं इस हार की जिम्मेदारी किसी और को नहीं देता बल्कि खुद को जिम्मेदार ठहराता हूं। साथ ही कहा कि अब दुगुनी ताकत के साथ 2019 का चुनाव मजबूती से लड़ेंगे।
साथ ही अब चर्चा करेंगे कि अगर कमी रही है तो कहां कमी रही है। इसी के साथ अब मुख्यमंत्री के लिए बड़ा सवाल उठ रहा है कि अब सीएम के पद पर कौन होगा।
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आज पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों के रुझानों ने क्रिकेट का मजा दिया। हर बॉल पर नया स्कोर स्कोर सामने आ रहा था। छत्तीसगढ़ में ऑउट हो चुकी है और खुद रमन सिंह ने हार का ठीकरा अपने सिर लेते हुए इस्तीफा भी दे दिया है। अब हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा। आखिर क्या वजह रही कि भाजपा अपनी साख बचाने में नाकाम रही।
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भाजपा इस बार अपना किला बचाने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है। ‘चाउर वाले बाबा’ के नाम से मशहूर प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी जादू इस बार फेल हो गया और भाजपा पूरे प्रदेश में धराशायी हो गई। अब सवाल ये उठता है कि आखिर क्या कारण है कि जो शख्स लगातार 15 सालों तक प्रदेश का मुख्यमंत्री रहा, लोग उसे ‘चाउर वाले बाबा’ के नाम से जानते हैं, अचानक उसका जादू कैसे खत्म हो गया?
इस सवाल का जवाब जानने से पहले ये जान लेते हैं कि रमन सिंह को आखिर ‘चाउर वाले बाबा’ क्यों कहा जाता है? दरअसल, साल 2003 में रमन सिंह अपने बेहतरीन काम और साफ छवि के चलते चुनाव जीतकर पहली बार प्रदेश की सत्ता के शीर्ष पर बैठे। इसके बाद भी उनके विकास कार्य जारी रहे। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के बुनियादी ढांचे पर काम किया, जैसे कि सड़क और बिजली।
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