मेरा ये कदम पड़ेगा मुझे महंगा: पीएम मोदी
केंद्र सरकार के आर्थिक सुधारों की कड़ी आलोचना होती रही है। विरोधी नोटबंदी और जीएसटी जैसे मामलों पर तो मोदी सरकार पर हमले का एक मौका भी नहीं गंवाते हैं। ऐसे में खुद प्रधानमंत्री मोदी बार बार कहने लगे है कि उनकी सरकार के उठाए रहे कदम उनके सियासी जीवन पर भारी पड़ सकते है।राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में भी मोदी ने यह बात दोहराई।
भ्रष्ट लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने में सरकार की मदद की
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे पता है और मैं इसे भली भांति जानता हूं कि जिस रास्ते में पर चल पड़ा हूं। देश को जिस मंजिल पर पहुंचाने का मैंने लक्ष्य लिया है, उसकी कितनी बड़ी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी। लेकिन मैं अपने कदम पीछे नहीं खींचूंगा।’ नोटबंदी को सफल बताते हुए मोदी ने कहा कि काले धन की एक सामानंतर अर्थव्यवस्था खड़ी हो गई थी। नोटबंदी ने आंकड़ों की गहन छानबीन के जरिए शेल कंपनियों और भ्रष्ट लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने में सरकार की मदद की।
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उन्होंने कहा कि 2014 में उन्हें सिस्टम में बदलाव लाकर देश बदलने के लिए वोट मिला था और अब वह 125 करोड़ देशवासियों के विश्वास के दम पर सुधारों की प्रक्रिया आगे बढ़ा रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘2014 में हमें वोट दिया गया था देश बदलने के लिए, सिस्टम में बदलाव लाने के लिए। 125 करोड़ देशवासियों का भरोसा इस देश के विकास की नींव है। देश के गरीबों, नौजवानों, महिलाओं और किसानों ने अपने सामर्थ्य और संसाधनों पर इतना भरोसा पहले कभी नहीं किया।’
खरीद-फरोख्त डिजिटल माध्यमों से होने लगेगी
प्रधानमंत्री ने आनेवाले दिनों में कैशलेस ट्रांजैक्शन के गति पकड़ने की उम्मीद जताई और कहा कि भविष्य में काला धन पैदा करना आसान नहीं रह जाएगा। मोदी ने कहा, ‘हम ऐसी व्यवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं जिसमें काला धन पैदा करना मुश्किल हो जाएगा। जिस दिन देश में ज्यादातर खरीद-फरोख्त डिजिटल माध्यमों से होने लगेगी, उस दिन से इस पर लगाम लगने लगेगी।’
(साभार – एनबीटी)