जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक शासन की चाह वाले तहरीक-ए-हुर्रियत पर केंद्र सरकार ने लगाया बैन

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केंद्र सरकार ने तहरीक-ए-हुर्रियत संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस संगठन का प्रमुख उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक शासन लागू करना था. गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि सरकार आंतकवादी गतिविधियों की वजह से इस संगठन को प्रतिबंधित कर रही हैं. उन्होंने बताया कि तहरीक-ए-हुर्रियत का सिर्फ एक मात्र उद्देश्य था कि वह केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक शासन लागू करने की चाह रखते थे. इसी कारण से इस संगठन पर UAPA के तहत बैन लगाया गया.

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कश्मीर में आतंकवाद को दे रहे थे बढ़ावा

इस संगठन पर आरोप है कि इसके सदस्य जम्मू कश्मीर मे आंतकवाद को बढ़ावा दे रहे थे. कश्मीर के लोगों को भारत के खिलाफ भड़का रहे थे. इनके सदस्यों द्वारा उन लोगों को समर्थन दिया जा रहा था जो देश की अखंडता और सुरक्षा को खतरे में डाल रहे थे.

देश के खिलाफ जानेवालों पर होगी कार्रवाई

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश की एकता और संप्रभुता के खिलाफ जो भी जायेगा उसको हम कतई नहीं बख्शेंगे. कहा कि जम्मू कश्मीर को हमारे देश से अलग करने की चाह और वहां पर हमारी नीतियों का दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को तुरंत नेस्तानाबूत कर दिया जायेगा. गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक्स पर पोस्ट के जरिए यह बातें कही हैं.

2023 में 55 विदेशी समेत 76 आतंकी मारे गए

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन ने बताया कि 2023 में केंद्र शासित प्रदेश में कुल 76 आतंकी मारे गए. इनमें जिनमें 55 विदेशी थे. डीजीपी ने कहा कि 2023 में 42 ऑपरेशनों में इनका सफाया किया गया. इसी के साथ आतंकियों के लिए काम करने वाले 291 ओवरग्राउंड वर्कर्स को अरेस्ट किया गया और 89 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया.
आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या में 80 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2022 में 113 से घटकर 2023 में 22 हो गई. आतंकवाद से सम्बंधित अपराधों में भी 60 प्रतिशत की गिरावट है.

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