सीबीआई ने सृजन घोटाले में दर्ज की एफआईआर
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को कहा कि उसने बिहार में 1,000 करोड़ रुपये के सृजन घोटाला मामले में एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के अधिकारियों तथा कई बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने शुक्रवार को भागलपुर स्थित एनजीओ सृजन महिला विकास समिति की निदेशक मनोरमा देवी और बैंक ऑफ बड़ौदा के कई शाखा प्रबंधकों तथा अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
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सहायक प्रमुख के खिलाफ भी मामला दर्ज
केंद्रीय गृह मंत्रालय से 24 अगस्त को मंजूरी मिलने के बाद उक्त कार्रवाई की गई।सीबीआई ने अपनी नई प्राथमिकी में तत्कालीन कैशियर व विशेष भूमि अधिग्रहण कार्यालय के सहायक प्रमुख के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
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18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है
एफआईआर में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश रचने, जालसाजी, आपराधिक उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर मामले की जांच शुरू करने वाली बिहार पुलिस की विशेष जांच टीम इस मामले में अब तक 14 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है और 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार गरीबों की बात सदन के अंदर और बाहर दबाना चाहती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सृजन घोटाले को लेकर नीतीश और सुशील मोदी जब तक इस्तीफा नहीं देते, तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा।
सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती
राबड़ी ने कहा कि इन दोनों नेताओं के पद पर रहते सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। उल्लेखनीय है कि सत्र के पहले चार दिन भी सृजन और बाढ़ के मुद्दे को लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है। हंगामे के बीच केवल विधायी कार्यो का निपटारा किया गया।
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