क्या भारत की संसद में ‘जय संविधान’ नहीं बोला जा सकता? शशि थरूर के मामले में प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पूछा सवाल
लोकसभा में सांसद पद की शपथ लेने के दौरान शशि थरूर ने जय संविधान कहा, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें टोक दिया. दीपेन्द्र हुड्डा ने जब इसका विरोध किया तो स्पीकर ने उन्हें भी सख्ती से चुप करा दिया. इस पूरे मामले पर अब प्रियंका गांधी वाड्रा का बयान सामने आया है.
प्रियंका गांधी ने पूछा सवाल
प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “क्या भारत की संसद में ‘जय संविधान’ नहीं बोला जा सकता? संसद में सत्ता पक्ष के लोगों को असंसदीय और असंवैधानिक नारे लगाने से नहीं रोका गया, लेकिन विपक्षी सांसद के ‘जय संविधान’ बोलने पर आपत्ति जताई गई. चुनाव के दौरान सामने आया संविधान विरोध अब नये रूप में सामने आया है जो हमारे संविधान को कमजोर करना चाहता है.”
उन्होंने आगे लिखा कि जिस संविधान से संसद चलती है, जिस संविधान की हर सदस्य शपथ लेता है, जिस संविधान से हर नागरिक को जान और जीवन की सुरक्षा मिलती है, क्या अब विपक्ष की आवाज दबाने के लिए उसी संविधान का विरोध किया जाएगा?
क्या है मामला?
आपको बताते चलें, संसद सत्र के चौथे दिन शशि थरूर ने लोकसभा में सांसद पद की शपथ ली. शपथ के बाद उन्होंने ‘जय संविधान’ के नारे लगाए, जिसको लेकर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप संविधान की शपथ तो ले ही रहे हैं, तो इसे बोलने की क्या जरूरत है. इसके बाद कांग्रेस के कई नेता ओम बिरला के खिलाफ खड़े होकर विरोध जताने लगे.
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कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने स्पीकर से कहा कि इस पर आपको आपत्ति नहीं होनी चाहिए. इसके बाद दीपेंद्र हुड्डा को जवाब देते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि किस पर आपत्ति हो, किस पर न हो, इसकी सलाह मत दिया करो, चलो बैठो.