भाईचारगी की मिसाल : मुसलमानों ने हिंदू पड़ोसी का किया अंतिम संस्कार
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दिल को छू लेने वाला एक नजारा देखने को मिला
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दिल को छू लेने वाला एक नजारा देखने को मिला। शनिवार को यहां मुस्लिम युवाओं के एक समूह ने एक हिंदू व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया। brotherhood example यह घटना शहर के आनंद विहार इलाके में घटी और मामला तब सामने आया, जब परिवार ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर धन्यवाद करते हुए एक पोस्ट डाली।
यहां के निवासी 73 साल के रविशंकर कैंसर से जूझ रहे थे और शनिवार को उनका निधन हो गया। लॉकडाउन के कारण दूर रह रहे रविशंकर के परिजन दाह संस्कार में नहीं आ पाए।
तब परिवार के मुस्लिम पड़ोसी आगे आए और अंतिम संस्कार के साथ-साथ परिवार की मदद करने का फैसला किया। उन्होंने ‘राम-नाम सत्य है’ का जाप करते हुए न केवल ‘शव-यात्रा’ निकाली, बल्कि हिंदू अनुष्ठान के साथ विधि-विधान से रविशंकर का अंतिम संस्कार भी किया।
brotherhood example : हर चीज से ऊपर मानवता-
मोहम्मद जुबैर ने सोमवार को बताया, ‘रविशंकर हमारे पड़ोसी थे और दो दिन पहले ही उनका इंतकाल हो गया, जिसके बाद हमने उनके परिवार की मदद करने का फैसला किया। मोहल्ले के सभी मुसलमान इकट्ठा हुए और उनके पार्थिव शरीर को दाह संस्कार के लिए ले गए। आखिरकार, मानवता हर चीज से ऊपर होती है।’
पड़ोसियों ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
मृतक के बेटे प्रमोद ने कहा, ‘हमारे सभी मुस्लिम पड़ोसियों ने अंतिम संस्कार में हमारी मदद की, सभी ने बहुत सहयोग किया। हम चार भाई-बहन हैं और हमारी दो बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि परिवार की देखभाल करने के लिए मैं और मेरे भाई ही बचे हैं। मैं हमेशा अपने मुस्लिम पड़ोसियों का ऋणी रहूंगा, जिन्होंने इस संकट की घड़ी में हमारा साथ दिया।’
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