राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने सरकार तो बना ली है लेकिन इसके लिए कांग्रेस को बीएसपी से बाहरी समर्थन लेना पड़ा।पहले समर्थन देने के बाद अब बीएसपी ने कांग्रेस के सामने अपनी शर्त भी रख दी है।
साथ ही बीएसपी ने कांग्रेस को यह चेतावनी भी दी है कि यदि शर्त नहीं मानी गई तो बीएसपी, कांग्रेस को दिए गए समर्थन पर पुनर्विचार कर सकती है।
दरअसल, बीएसपी द्वारा 31 दिसंबर 2018 को जारी की गई एक प्रेस रीलिज में मांग की गई है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में 2 अप्रैल 2018 को हुए भारत बंद के दौरान जिन आंदोलनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, वो वापस लिए जाएं।
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यहां आपको याद दिला दें कि राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को बहुमत हासिल नहीं हुआ था और तब बीएसपी ने उसे समर्थन देने की घोषणा की थी।
सोमवार को बीएसपी द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज में कहा गया, हम मांग करते हैं कि 2 अप्रैल के भारत बंद के दौरान राजस्थान और मध्य प्रदेश में जिनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए। अगर हमारी यह मांग पूरी नहीं हुई तो हम इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को बाहर से समर्थन देने के बारे में विचार करेंगे।
बीएसपी की ये धमकी कांग्रेस के लिए नए साल में टेंशन बढ़ा सकती है। गौरतलब है कि बीएसपी को राजस्थान और मध्य प्रदेश में 2018 के अंत में हुए विधानसभा चुनावों में 6 सीटें प्राप्त हुई थीं। वहीं कांग्रेस को किसी भी राज्य में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। जिसके चलते बीएसपी ने दोनों राज्यों में समर्थन देने का ऐलान किया था।
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