पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल का दौरा पड़ने से कल रात नई दिल्ली में निधन हो गया। वे 67 वर्ष की थीं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के सूत्रों ने बताया कि भाजपा नेता को कल रात करीब साढ़े नौ बजे अस्पताल लाया गया।
डॉक्टरों के एक दल ने उनकी जांच की लेकिन उन्हें बचा नहीं पाए। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने इस वर्ष लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। विभिन्न राजनीतिक दलों से भी शोक संवेदनाएं प्राप्त हुई हैं।
बसपा सुप्रीमो ने शोक व्यक्त किया-
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने पूर्व विदेश मंत्र सुषमा स्वराज को दिल्ली में उनके निवास पर अंतिम श्रद्धांजलि दी।
सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मायावती ने उन्हें पार्टी के प्रति बहुत ही समर्पित नेता बताया।
मायावती ने कहा कि अपनी पार्टी के प्रति वो बड़ी ईमानदार और समर्पित महिला थीं और कुशल पोलिटीशियन थीं। उनका जो व्यक्तित्व था, वो बहुत ही मिलनसार वाला था। मैंने पार्लियामेंट में देखा, तथ्यों के आधार पर वो अपनी बात को रखती थीं।
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