पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी में दो जवान शहीद
रमजान के पवित्र महीने में जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है। शनिवार देर रात पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (BSF)के कॉन्स्टेबल विजय कुमार पांडे और एएसआई सत्यनारायण यादव शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने भारत की 10 अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया जिसकी चपेट में बीएसएफ के ये जवान आ गए। बीएसएफ भी पाकिस्तान को करारा जवाब दे रही है।
अखनूर सेक्टर में गोलाबारी
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने देर रात अखनूर सेक्टर में गोलाबारी शुरू की। पाकिस्तान ने भारत की अग्रिम चौकियों पर गोले बरसाए जिसकी चपेट में आने से बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस बीच बीएसएफ पाकिस्तानी गोलीबारी का करारा जवाब दे रही है।
30 गांवों को पाकिस्तान ने निशाना बनाया
पाकिस्तानी गोलाबारी में तीन आम नागरिक भी घायल हो गए हैं। करीब 30 गांवों को पाकिस्तान ने निशाना बनाया है। एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि रात करीब ढाई बजे से गोलाबारी शुरू हुई और उनका परिवार पूरी रात सो नहीं सका। उन्होंने बताया कि गोलाबारी से गांववाले डरे हुए हैं।
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40,000 से अधिक लोगों ने किया पलायन
बता दें, कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। पाकिस्तानी रेंजर्स की जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में सैन्य और असैन्य ठिकानों पर लगातार की जारी गोलीबारी और बमबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है।
ग्रामीणों का पलायन जारी
पुलिस ने बताया है कि कुछ लोगों ने प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी शिविरों में शरण ली है, जबकि अधिकांश लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। मवेशियों और घरों की रखवाली के लिए हर घर में एक पुरुष सदस्य को छोड़ दिया गया है। बताया गया है कि बीएसएफ पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा के आरएस पुरा, अरनिया, रामगढ़ और अन्य सेक्टरों से भारी संख्या में ग्रामीणों का पलायन जारी है।