ओवैसी के खिलाफ भाजपा की माधवी लता लड़ेंगी चुनाव
loksabha 2024: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव में हैदराबाद से बीजेपी ने AIMIM के प्रमुख ओवैसी के खिलाफ माधवी लता को चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी ने सनातन के खिलाफ हमेशा रहने वाले ओवैसी के खिलाफ पार्टी की फायर ब्रांड नेता और कारोबारी के साथ समाजसेवी को मौका दिया है.
माधवी को मिली वाई+’ श्रेणी की सुरक्षा
हैदरबास लोकसभा सीट से BJP की उम्मीदवार और मुस्लिम बाहुल्य इलाके में ओवैसी को टक्कर देने के लिए मैदान में उतरी माधवी लता को केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की ‘वाई+’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया है. बताया जा रहा है कि यह सुरक्षा केवल उन्हें तेलंगाना में लोकसभा चुनाव के दौरान ही मिलेगी.
ओवैसी को हराने का किया दावा…
बीजेपी से टिकट मिलने के बाद माधवी लता ने हैदराबाद से बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि वह ओवैसी को उन्हीं के गढ़ से हराकर उन्हें राजनीति से बाहर करेंगी. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि ओवैसी को हराने के बाद वह हैदराबाद का नेतृत्व करने के लिए लोकतंत्र के मंदिर में जाएंगी. माधवी लता ने कहा कि जिस तरह से ओवैसी अभी तक जीतते आए हैं वो अब नहीं चलेगा और यदि इस बार हिन्दू भाई- बहन एक हो गए तो भाई जान के लिए मुश्किल हो जाएगी.
कौन है माधवी लता…
जानकारी के मुताबैक, माधवी लता हैदराबाद की रहने वाली है. वह कारोबारी के साथ-साथ समाजसेवी
भी हैं. माधवी ने MA की पढ़ाई निजाम कालेज से की है. माधवी भरतनाट्यम से साथ- साथ भजन गायन भी करती है. बताया जा रहा है कि इनके तीन बच्चें हैं लेकिन उन्होंने कभी कालेज जाकर पढ़ाई नहीं की है और एक बतौर बेटी IIT तक पहुंची है.
मुस्लिम इलाकों में माधवी लता की अच्छी पकड़
कहा जाता है कि लता विभिन्न मुस्लिम महिला समूहों के संपर्क में हैं. लता लातम्मा फाउंडेशन और लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट की ट्रस्टी हैं और निराश्रित मुस्लिम महिलाओं की आर्थिक मदद भी करती रहती हैं. वह एक गौशाला भी चलाती हैं.पिछले महीने उन्होंने बुर्का पहनी महिलाओं के बीच राशन बांटते हुए अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं. कार्यक्रम का आयोजन लैथमा फाउंडेशन के तत्वावधान में किया गया था.
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AIMIM का गढ़ रहा है हैदराबाद
एआईएमआईएम ने 1984 के बाद से हर चुनाव में हैदराबाद पर अपनी पकड़ बरकरार रखी है. 2019 में बीजेपी के भगवंत राव के खिलाफ 2.82 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल करने वाले ओवैसी ने 2014 में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 2.02 लाख वोटों के अंतर से हराया था. असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी 6 बार हैदराबाद से सासंद चुने गए थे. 1996 में उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू को हराया था.