कांग्रेस का टूटा वर्चस्व, 65 साल बाद बीजेपी को मिला ये मौका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी इस वक्त अपनी बुलंदियों पर है। तभी तो एक के बाद एक कामयाबी उसे हासिल होती जा रही है। पहले लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत, फिर देश के आधे से ज्यादा राज्यों में बीजेपी और एनडीए की सरकारों का कब्जा हो गया। यही नहीं आजादी के बाद पहली बार देश में एनडीए की ओर से कोई राष्ट्रपति बना है।
बीजेपी लोकसभा में तो सबसे बड़ी पार्टी थी ही लेकिन उच्च सदन यानी राज्यसभा में वह कांग्रेस से पीछे थी। बीजेपी अब राज्यसभा में भी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। राज्यसभा में बीजेपी के 58 सदस्य हो गए हैं जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास सिर्फ 57 सांसद हैं।
मध्यप्रदेश में हुये उपचुनाव के बाद राज्यसभा में निर्वाचित बीजेपी सांसद सम्पतिया उइके ने गुरुवार को शपथ ली। केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन के बाद इस सीट पर चुनाव की जरूरत पड़ी। उइके का चुनाव निर्विरोध हो गया। नरेंद्र मोदी सरकार के मई 2014 में सत्ता में आने के बाद यह पहला मौका है जब राज्यसभा में भगवा पार्टी के सबसे ज्यादा सांसद हैं।
बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास हालांकि अब भी उच्च सदन में निर्णायक बहुमत नहीं है लेकिन जेडीयू के साथ आने से उसकी ताकत जरुर बढ़ी है। बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए बीजेपी को अभी 2018 तक इंतजार करना होगा, जब यूपी समेत कई राज्यों में राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव होंगे।
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