बीजेपी को जीत का भरोसा, मतगणना से पहले ही लगवाए पोस्टर

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गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार की मतगणना से एक दिन पहले रविवार को भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने दोनों ही राज्यों में जीत हासिल करने के अपने-अपने दावे किए हैं। दोनों ही दल चुनावी राज्यों में सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं। मुंबई में तो बीजेपी ने मतगणना से पहले ही जीत के पोस्टर भी लगा दिए हैं। उधर, गुजरात में बीजेपी के कार्यालय में जीत के जश्न की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

बीजेपी कई सालों से प्रदेश की राजनीति में हावी रही है

मतगणना से पहले पूरे देश की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के चुनाव परिणामों पर टिकी हुई हैं लेकिन वहां के सीएम विजय रुपाणी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘चुनाव परिणाम बीजेपी के पक्ष में होने जा रहे हैं और पार्टी गुजरात में फिर से सरकार बनाने जा रही है। राज्य के लोगों ने विकास को चुना है।’बीजेपी प्रवक्ता जी. वी. एल. नरसिम्हा राव ने भी कहा, ‘बीजेपी के लिए यह लगातार छठी ऐतिहासिक जीत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपनी सकारात्मक व प्रदर्शन केंद्रित राजनीति के चलते बीजेपी कई सालों से प्रदेश की राजनीति में हावी रही है।

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‘ उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे से एक बार फिर साबित हो जाएगा कि लोग नकारात्मक प्रचार और भ्रामक असहिष्णुता के प्रभाव में आने वाले नहीं हैं। बता दें, एग्जिट पोल (चुनाव नतीजों का अनुमान) में हालांकि बीजेपी की स्पष्ट जीत की संभावना जताई गई है, लेकिन कांग्रेस को आशा है कि वह 22 साल बाद प्रदेश की सत्ता हथियाने में कामयाब रहेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विश्वास जताया है कि कांग्रेस की जीत होगी, क्योंकि गुजरात की जनता ने परिवर्तन के पक्ष में मतदान किया है। सिंधिया ने अपने संसदीय चुनाव क्षेत्र मध्यप्रदेश के गुना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, ‘लोग सरकार बदलना चाहते हैं। कांग्रेस ने युवाओं, महिलाओं, किसानों और श्रमिकों समेत समाज के हर वर्ग के लिए अपना विजन पेश किया है।’

नेता जिग्नेश मेवाणी का साथ कांग्रेस के पक्ष में जाता है

उन्होंने गुजरात में कड़ी मेहनत करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, इसका फैसला सोमवार को मतों की गणना के बाद हो जाएगा। गुजरात में नौ और 14 दिसंबर को दो चरणों में संपन्न हुए मतदान में प्रदेश के 2.97 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पिछले विधानसभा चुनाव 2012 के मुकाबले इस बार 25 लाख ज्यादा मतदाताओं ने वोट किया है। कांग्रेस ने 1980 में गुजरात में क्षत्रीय, हरिजन (दलित), आदिवासी और मुस्लिम को मिलाकर ‘केएचएएम कार्ड’ खेला था। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी की इस गणित की बदौलत तब कांग्रेस को गुजरात में 182 में से 149 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस बार पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल, अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता अल्पेश ठाकोर और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी का साथ कांग्रेस के पक्ष में जाता है।

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माधव सिंह सोलंकी के पुत्र भरतसिंह सोलंकी गुजरात में कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। पाटीदार आंदोलन, ओबीसी के एक वर्ग की ओर से विरोध प्रदर्शन और दलितों के प्रति अत्याचार को लेकर प्रदर्शन के चलते गुजरात विधानसभा चुनाव में जाति का मसला प्रमुख रहा। कांग्रेस ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की है। कांग्रेस की राजनीति का प्रतिकार करने के लिए बीजेपी ने अयोध्या में राम मंदिर के मसले को उभारा था। साथ ही, कांग्रेस से निलंबित हुए नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री के लिए ‘नीच’ शब्द का प्रयोग और पाकिस्तान के साथ कांग्रेस की सांठ-गांठ जैसे मसलों को बीजेपी ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान जोरदार तरीके से उभारा था। मोदी के 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद से हर विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सीटों और वोट प्रतिशत में कमी आई है।

कांग्रेस की पराजय होने की संभावना बताई जा रही है

हिमाचल प्रदेश में भी कल मतगणना होगी जिसमें मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल समेत 337 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। राज्य में पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी बीजेपीऔर कांग्रेस ने सभी 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। हिमाचल में 75.28 फीसदी मतदान हुआ। चुनाव पूर्वानुमानों में बीजेपी की जीत की संभावना जताई गई है। मतगणना के लिए पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। मतगणना सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 42 मतदान केंद्रों पर एक साथ शुरू होगी। हिमाचल में हर चुनाव के बाद सरकार बदलने की परंपरा सी बन गई है। वैसे भी एग्जिट पोल के परिणामों से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं। उधर, हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा है कि टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे एग्जिट पोल बेकार हैं और तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं हिमाचल के हर कोने में गया हूं और अधिकतर लोग कांग्रेस के पक्ष में हैं।’ वीरभद्र का यह बयान उस वक्त आया है, जबकि तमाम एक्जिट पोल्स में हिमाचल प्रदेश और गुजरात में कांग्रेस की पराजय होने की संभावना बताई जा रही है।

(साभार-एनबीटी)

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