यूपी नगर निकाय चुनाव: बड़े उलटफेर की तैयारी में BJP, पसमांदा मुस्लिमों को बनाएगी उम्मीदवार
यूपी में नगर निकाय के चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर भाजपा बड़े उलटफेर की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी पसमांदा मुस्लिम समाज के लोगों को उम्मीदवार भी बना सकती है. ऑल इंडिया मुस्लिम पसमांदा महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने बीजेपी के इस कदम का स्वागत किया है. इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी का शुक्रिया भी अदा किया है.
वसीम राईन ने कहा
‘देश के पहले ऐसे पीएम नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने हमारे समाज के बारे में सोचा है. वरना आजादी के बाद से किसी भी दल ने हम ओबीसी पसमांदा मुसलमानों की बात नहीं की है. हम दबे कुचले मुसलमान हैं. मुस्लिमों की कुल आबादी का 85 प्रतिशत केवल पसमांदा समाज है. बीजेपी ने अब हमें हिस्सेदारी देने की बात कही है. ऐसे में हमें जो दल हिस्सेदारी देगा, हम वहां वोट करने को तैयार हैं. हम जागरुक हो गये हैं. किसी के दबे और डरे नहीं हैं.’
वसीम राईन ने कहा
‘हमारे मुस्लिम नेताओं और मौलानाओं ने यह तय कर दिया कि बीजेपी कम्युनल है, जबकि सपा, बसपा और कांग्रेस सेक्युलर दल हैं. सेक्युलरिज्म के नाम पर सपा, बसपा और कांग्रेस ने केवल मुसलमानों का इस्तेमाल किया, दिया कुछ भी नहीं. यह सभी बीजेपी का डर दिखाकर हमारे वोट बैंक का इस्तेमाल करते रहे और हमारी हिस्सेदारी को जीरो रखा. जबकि देश के पीएम मोदी और बीजेपी ने हमारे बारे में सोचा और अब हममें अपनी हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद जगी है.’
वसीम राईन ने कहा
‘सपा यादवों की पार्टी मानी जाती है. जबकि सपा ने MY के नाम पर हम पसमांदा समाज के मुस्लिमों के वोट का केवल इस्तेमाल किया. कभी हमारे समाज के लिये सपा ने कोई काम नहीं किया. सपा ने हमें न ही पार्टी संगठन में जगह दी और न ही सरकार में रहते हुए कोई पद किसी को दिया. उन्होंने हमारे समाज के लोगों से केवल दरी बिछवाने का काम कराया है.’
वसीम राईन ने कहा
‘पसमांदा समाज ने आजमगढ़ और रामपुर में सपा के किले को पूरी तरह से ढहा दिया. ऐसे में बीजेपी को अब पसमांदा समाज को हिस्सेदारी देनी चाहिये. जब से पीएम मोदी ने हमारे पसमांदा समाज को लेकर बोला है, तब से सभी राजनीतिक संगठनों ने हमारे बारे में बात करना शुरू कर दिया है. इसके लिये हम पीएम मोदी के शुक्रगुजार हैं.’
बता दें बीजेपी यूपी के सभी 17 नगर निगमों में पसमांदा मुसलमानों का सम्मेलन कराने जा रही है. वह पसमांदा मुस्लिम समाज को अपने साथ जोड़ने की रणनीति को लेकर बैठक करेगी.
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