यूपी के इस लड़के ने शून्य से शुरुआत कर खड़ा कर दिया करोड़ों का कारोबार

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हमारे देश के युवाओं में इतनी काबिलियत है कि वह अपने जब्जे और मेहनत के बल पर बहुत कुछ हासिल कर सकता है। ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर से ताल्लुक रखने वाले सुमित जैन की। जिसने अपनी काबिलियत के दम पर इंटरनेट के माध्यम से रियल एस्टेट बिज़नेस को चलाने का तरीका ही बदल डाला। एक मध्यम-वर्गीय परिवार से आते हुए सुमित ने खुद का कारोबार स्थापित करने की हिम्मत दिखाते हुए आने वाली युवा पीढ़ियों के लिए मिसाल कायम की है।

उत्तरप्रदेश के खतौली नामक एक छोटे से गांव में जन्में और पले-बढ़े सुमित ने जो कीर्तिमान स्थापित किया है, वह सच में नए उद्यमियों के लिए एक सपना सा है। सुमित के पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे, उसी से घर का दाना-पानी चल पाता था। सुमित भी पिता की सहायता करने के लिए दुकान पर बैठा करते थे और साथ-ही -साथ पढ़ाई भी करते थे।

दुकान पर बैठकर पढ़ाई करते थे सुमित

सुमित बतातें हैं कि ‘मैं दुकान पर बैठ कर पढ़ाई किया करता था, जैसे ही कोई ग्राहक कुछ सामान लेने आता मैं किताब को नीचे छुपा देता था। फिर उन्हें सामान देकर वापस पढ़ाई में लग जाता।’

प्रतियोगिता परीक्षा में पूरे जिले में टॉप किया

सुमित के पिता ने कभी उन पर पढ़ाई को लेकर दबाव नहीं बनाया। सुमित ने अपने बड़े भाई से प्रेरणा लेते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी और गणित की प्रतियोगिता परीक्षा में पूरे जिले में टॉप किये। इस सम्मान ने उनके हौसले को एक नई उड़ान दी और उनके भीतर कुछ बड़ा करने की चाह पैदा की।

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आईआईटी की परीक्षा में सफलता हासिल की

सुमित ने बिना थके बिना रुके कड़ी पढ़ाई कर आईआईटी की परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की में दाखिला लिया। पहले से ही कुछ बड़ा करने का सपना संजोये सुमित ने अपने मन में ठान लिया कि अपना कारोबार ही शुरू करना है। पढ़ाई के साथ-साथ वे अपने मित्रों के साथ बात करते हुए तरह-तरह के कारोबार की संभावनाओं पर अध्यन करने शुरू कर दिए।

छुट्टी में घर नहीं जाते थे सुमित

कॉलेज में छुट्टी के दौरान सुमित घर जाने की बजाय किसी कंपनियों में नौकरी ढूंढ वहां काम कर लेते। इस दौरान उन्होंने कुछ कंपनियों के लिए वेबसाइट डिजाईन किये, जो काफी कारगर रहा। इससे सुमित को तकनीक की शक्ति का अंदाज़ा हुआ और फिर उन्होंने तकनीक के माध्यम से कुछ बड़ा करने की योजना बनाने लगे।

कॉमनफ्लोर डॉट कॉम की स्थापना

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुमित ने कुछ समय के लिए ओरेकल में जॉब किया, लेकिन उनके मन में खुद का बिजनेस शुरू करने की चाह ने उन्हें नौकरी को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। साल 2007 में उन्होंने अपने मित्र ललित मंगल और विकास मालपानी के साथ कॉमनफ्लोर डॉट कॉम की स्थापना की।

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आइडिया प्रभावशाली निकला

कंपनी की शुरुआत एक अपार्टमेंट प्रबंधन समाधान प्रदाता के रूप में हुआ था, जो इंटरनेट के माध्यम से अपार्टमेंट प्रबंधन और विक्रेता प्रबंधन को जोड़ने का काम करती थी। सुमित का आइडिया इतना प्रभावशाली निकला कि कंपनी कुछ ही दिनों भारत की एक अग्रणी रियल एस्टेट कंपनी के रूप में जगह बनाते हुए गूगल जैसी बड़ी दिग्गज को अपनी ओर आकर्षित किया। आज कॉमनफ्लोर की वैल्यूएशन कई करोड़ों में है।

 

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