आजमगढ़ कचहरी में हुआ भोजपुरी स्टार व सांसद ‘निरहुआ’ का विरोध
वकीलों के एक गुट ने की नारेबाजी, समर्थकों के साथ हुई हाथापाई
लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए आजमगढ़ न्यायालय परिसर पहुंचे भाजपा सांसद और प्रत्याशी दिनेश लाल यादव ’निरहुआ’ का विरोध हुआ. दीवानी न्यायालय सभागार में कार्यक्रम आयोजित था. दिनेश लाल यादव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभागार की ओर जैसे ही बढ़े अधिवक्ताओं के एक गुट ने उनका विरोध किया. उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और दिनेश यादव के समर्थकों से हाथापाई तक हो गई. इस दौरान सांसद ने सब्र से काम लिया और अधिवक्ताओं के सामने अपनी बात कहकर बाहर निकले.
Also Read: बैंकों के कर्ज का बोझ बढ़ा तो वकील ने गढ़ दी अपहरण की झूठी कहानी
गौरतलब है कि दिनेश लाल यादव ने बेरोजगारी पर बयान गाजीपुर में दिया था. मगर उससे यहां के अधिवक्ता भी नाराज थे. भाजपा सांसद को अधिवक्ताओं के साथ जनपद स्तरीय विधि सम्मेलन में भाग लेना था.
परिसर में पहुंचते ही होने लगी नारेबाजी
दिनेश लाल समय से दीवानी न्यायालय परिसर पहुंचे. न्यायालय परिसर में उनके पहुंचते ही कुछ अधिवक्ता उनके पक्ष तो कुछ ने विपक्ष में नारेबाजी करने लगे. धक्का-मुक्की की नौबत थी लेकिन इसी दौरान दिनेश लाल यादव दीवानी सभागार में पहुंचे. लेकिन अधिवक्ताओं ने यहां भी उनके खिलाफ नारेबाजी बंद नहीं किया. इस बीच भाजपा सांसद ने अधिवक्ताओं से अपनी बात कही. जब वह समर्थकों के साथ बाहर निकलने लगे तो उनके समर्थकों संग मारपीट हो गई. इसी दौरान एक अधिवक्ता ने अपनी नाराजगी जताई और कहाकि हमलोग अपनी समस्याओं को लेकर काफी समय से विरोध कर रहे हैं लेकिन जनप्रतिनिधि हमारी बात नही सुनते. जब चुनाव आ गया तो लोग चेहरा दिखाने के लिए आने लगे.
कहा-यह अधिवक्ताओं को आपसी विवाद है
सांसद दिनेश लाल ने कहाकि यह अधिवक्ताओं का आपसी विवाद है. अगर किसी को विरोध ही करना है चुनाव में बटन दबाकर विरोध करे. उन्होंने सपा के बारे में कहाकि दुनिया जानती है कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा उसके अंदर मिलेगा गुंडा. उन्होंने यह भी कहाकि सपा के कुछ गुंडे यहां भी हैं. वह अपना रंग दिखाएंगे.ऐसे लोगों को यह पता नहीं है कि यह जितना भी जोर लगा लें इनका नेता यहां टिक नही पाएगा. वर्ष 2022 के चुनाव में हारकर भाग गया.
बता दें कि आजमगढ़ में भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ गाजीपुर में दिए अपने एक बयान को लेकर काफी चर्चाओं में आ गए हैं. पहले तो उन्होंने ट्विट कर वीडियो को फेक बताया, लेकिन मंगलवार को निरहुआ ने वीडियो को सही बताते हुए कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करने के लिए उन्होने ऐसा बयान दिया. कांग्रेस के लोग हमारे बयान को एडिट करके चला रहे हैं.