बीएचयू में खुलेआम फायरिंग, छात्र की मौत

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उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) एक बार फिर सुर्खियों में है। बीएचयू परिसर में सरेआम फायरिंग से पूरे इलाके में खौफ का माहौल है।

विश्वविद्यालय के एमसीए का छात्र गौरव सिंह बिड़ला हॉस्टल के सामने खड़े होकर अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था। इस दौरान कुछ लोग वहां पहुंचे और गौरव पर ​फायरिंग शुरू कर दी।

गौरव को गोल मारकर हमलावर मौके से तुरंत फरार हो गए। बुरी तरह जख्मी गौरव को बीएचयू के ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां उसने अपना दम तोड़ दिया।

कैंपस में डर का माहौल-

इस घटना से पूरे कैंपस में डर का माहौल पैदा हो गया है। ट्रामा सेंटर के बाहर छात्रों ने हंगामा भी किया। इसके अलावा बुधवार सुबह होते—होते विवाद बढ़ गया। अनहोनी की आशंका में सुरक्षा चाक—चौबंद कर दी गई।

दोपहर होते—होते छात्रों ने विरोध जताते हुए बीएचयू स्थित लंका गेट को बंद कर दिया और विरोध प्रदर्शन करने लगे। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मामले की संजीदगी को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है।

मामला दर्ज-

बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर, चार बीएचयू के छात्रों और 2-3 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 120 बी, 302, 34 और 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई ​है।

मृतक गौरव के पिता राकेश सिंह बीएचयू में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। राकेश सिंह की तहरीर पर लंका थाने में मामला दर्ज किया गया। मृतक गौरव के पिता ने चीफ प्रॉक्टर के नाम से भी शिकायत की।

जेल जा चुका था गौरव-

हाल के तीन—चार वर्षों में बीएचयू में हुए हर बवाल में गौरव का नाम सामने आने लगा था। 20​ दिसंबर 2017 में छात्र नेता आशुतोष की गिरफ्तारी के बाद बवाल में आगजनी की घटना में गौरव शामिल रहा। इस मामले में वह जेल भी गया था। हालांकि एक सप्ताह बाद ही उसकी जमानत हो गई थी।

पुलिस ने गौरव पर जुर्माना भी लगाया था। गौरव का भाई सौरभ भी कुछ दिनों पूर्व हुए बीएचयू बवाल में शामिल था। उसे भी निष्कासित किया गया था और परिसर में पोस्टर भी चस्पा हुआ था।

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