Maharashtra: महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर एक संगठन के द्वारा प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मुस्लिमों के पवित्र ग्रन्थ को जलाये जाने की अफवाह के बाद तनाव उत्पन्न हो गया और दो गुटों के बीच झड़प हो गई जिसके बाद पुलिस पर पथराव किया गया.
आगजनी की गई. कई गाड़ियों में तोड़-फोड़ भी हुई. जिसके बाद यहां पुलिस को लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को खदेड़ना पड़ा. फिलहाल इलाके में भारी तनाव है. जिसको देखते हुए पुलिस की भारी तैनाती कर दी गई है.
पुलिस कर्मी हुए घायल…
फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया, “2 JCB और 2-3 अन्य गाड़ियों में आग लगी है. हमारा एक फायरमैन घायल हुआ है…” DCP नागपुर अर्चित चांडक ने कहा, “यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई. स्थिति अभी नियंत्रण में है. यहां हमारा बल मजबूत है. मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें…या पत्थरबाजी न करें. पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया…
क्षेत्र में धारा 163 लागू, लोगों के जमा होने पर रोक
बता दें कि हिंसा के बाद क्षेत्र में धारा 163 लगा दी गई है. पुलिस ने दंगाइयों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. दंगा प्रभावित क्षेत्रों में दंगा नियंत्रण पुलिस व एसआरपीएफ की तैनाती की गई है.पुलिस ने पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
इन क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू…
औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर तनाव के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत नागपुर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल के आधिकारिक आदेश के मुताबिक प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगे. कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर में पुलिस स्टेशन की सीमा में लागू रहेंगे.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से की शांति की अपील
नागपुर में भड़की हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन स्थिति को संभाल रही है. मुख्यमंत्री ने अपील की है कि नागरिकों को इस स्थिति में प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए. हम लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं. नागरिकों को सहयोग करना चाहिए. किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करें. प्रशासन मुस्तैदी से स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है.