प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का ‘अपनों’ ने किया बहिष्कार
लोकसभा चुनाव नजदीक है इसके चलते चारो तरफ राजनीतिक गतिविधियां जोरों पर है। जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी आज वाराणसी और गाजीपुर दौरे पर आ रहे है तो दूसरी तरफ उनके सहयोगी दल अपना दल उनकी परेशानियां बढ़ाते नजर आ रहे है।
प्रधानमंत्री यहां विरोधियों के खिलाफ हुंकार भरते नजर आएंगे तो वहीं उनके कुछ अपने ही बगावत पर उतारु हो गए है। अपनों के बगावती तेवरों ने परेशानियों को बढ़ा दिया है। अपना दल प्रमुख अनुप्रिया पटेल और ओम प्रकाश राजभर पीएम के कार्यक्रम में शामिल नही होंगे।
पूर्वांचल को साधने की रणनीति के क्रम में एक ओर जहां पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को गाजीपुर से हुंकार भरने जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यूपी में एनडीए के सहयोगी दलों की बगावत ने एक बार फिर बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में शनिवार को होने वाली पीएम की रैली से पहले पार्टी के सहयोगी दलों ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया है।
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गाजीपुर के स्थानीय नेता और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पीएम मोदी की गाजीपुर रैली में शामिल ना होने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी प्रदेश सरकार से अपनी नाराजगी के कारण कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
बता दें कि हाल ही में अनुप्रिया की पार्टी अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने बयान दिया था कि प्रदेश सरकार लगातार अपना दल के नेताओं की उपेक्षा कर रही है, ऐसे में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया अब किसी भी सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगी।
गाजीपुर की कमान खुद पीएम को सौंप दी है
वहीं ओमप्रकाश राजभर ने भी बीते दिनों पीएम मोदी की रैली को बीजेपी की हताशा बताते हुए कहा था कि पार्टी ने उनके विरोध को देखते हुए गाजीपुर की कमान खुद पीएम को सौंप दी है। पहले से जारी दोनों नेताओं के इस विरोध का असर शनिवार सुबह उस वक्त देखने को भी मिला, जब अनुप्रिया पटेल ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की अगवानी करने और कार्यक्रमों में शामिल ना होने की घोषणा कर दी।
गाजीपुर में ओ. पी. राजभर की खुली बगावत
दूसरी ओर ओमप्रकाश राजभर ने भी गाजीपुर रैली का आमंत्रण मिलने की बात स्वीकारते हुए ऐलान किया कि वह शनिवार को पीएम मोदी की सभा में हिस्सा नहीं लेंगे। बहिष्कार के फैसले के राजभर की पार्टी ने इस बारे में जारी बयान में लिखा की पीएम के कार्यक्रम के लिए जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसपर महाराजा सुहेलदेव के नाम के साथ राजभर उपनाम नहीं लिखा गया है, जो कि उक्त जातीय समाज के इतिहास को मिटाने का प्रयास है। ऐसे में इसके विरोध स्वरूप एसबीएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन ने पीएम के कार्यक्रम के बहिष्कार का फैसला किया है।
पहले भी बगावती बयान देते रहे हैं राजभर
बता दें कि ओमप्रकाश राजभर यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और लगातार बीजेपी की आलोचना करते रहे हैं। राजभर को पूर्वांचल में पिछड़ी जातियों के नेता के रूप में जाना जाता है। पीएम मोदी गाजीपुर में जिस राजभर समाज की रैली को संबोधित करने जा रहे हैं, राजभर भी उसी से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन इन सब के बावजूद गाजीपुर में बीजेपी से उनकी खुली बगावत पार्टी के लिए चिंता की वजह बनी हुई है।
अपना दल ने बीजेपी से मांगी वाराणसी की सीट
गाजीपुर के अलावा वाराणसी में अनुप्रिया पटेल की पार्टी ने भी अब पीएम मोदी के खिलाफ खुला विद्रोह करने का प्लान बनाया है। बीजेपी का विरोध कर रहे अपना दल ने शुक्रवार को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सीट पर अपनी दावेदारी ठोका है।
इसके अलावा अपना दल ने बीजेपी से 9 अन्य सीटों को भी उनकी पार्टी को देने की बात कही है। शुक्रवार को इस संबंध में बात करते हुए अपना दल (एस) चीफ आशीष सिंह पटेल ने कहा कि पार्टी ने 2014 के बाद से काफी तरक्की की है और हम इस बार ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘हमने पहले ही 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है, इनमें वाराणसी भी शामिल है।’
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