‘धरती के फेफड़ों’ को आग से बचाने के लिए एक झोपड़ी में जुटे सात देशों के नेता

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ब्राजील के अमेजन जंगल में बीते 2 महीने से आग लगी हुई है। सिर्फ अगस्त में आग की 66 हजार नई घटनाएं दर्ज हुईं। नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च के मुताबिक, 2018 के मुकाबले इस साल आग की घटनाएं 85% बढ़ गई हैं। जिसके तहत बीते शुक्रवार को कोलंबिया के लेटिसिआ के जंगलों के बीच बनी झोपड़ी में सात देशों के राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति समेत कई बड़े नेता पहुंचे। यहाँ अमेजन की आग से निपटने के लिए यह समिट रखी गई थी। इस दौरान इन 7 देशों ने फॉरेस्ट प्रोटेक्शन पैक्ट पर साइन किए। साथ ही सहमति बनी कि, जंगलों की सुरक्षा के लिए डिजास्टर रिस्पॉन्स नेटवर्क बनाया जायेगा।

नहीं पहुंचे ब्राजील के राष्ट्रपति:

गौरतलब है कि, इस समिट में अमेजन जंगल में रहने वाले समुदायों की भूमिका बढ़ाने पर भी बातचीत हुई। कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान ड्यूक ने बताया कि इस पूरे तंत्र की निगरानी राष्ट्रपति कार्यालय के पास ही रहेगी। ज्ञात हो कि, समिट में बोलिविया के राष्ट्रपति इवो मोर्लेस, कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान ड्यूक, मंत्री रिकार्डो लेजानो, इक्वाडोर के लेनिन मोरेनो, सूरीनाम के उप-राष्ट्रपति माइकल एडिन, ब्राजील के विदेश मंत्री अर्नेस्टो राउजो और गुयाना के मंत्री रेफल टॉर्टमेन मौजूद रहे थे। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो समिट में नहीं पहुंचे, उनकी हाल ही में सर्जरी हुई है। गौरतलब है कि, आगजनी के बाद ज्यादा आलोचना उन्हें ही झेलनी पड़ी थी।

नासा ने दी है चेतावनी:

ज्ञात हो कि, अमेजन के जंगल 55 लाख वर्ग किमी में फैले हुए हैं। यह एरिया यूरोपीय संघ के देशों के कुल क्षेत्रफल से लगगभग डेढ़ गुना बड़ा है। साथ ही नासा ने चेतावनी दी है कि, इससे पीढ़ियों से जमीन में दबे कार्बन भंडार बाहर आ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो, दुनिया का कार्बन संतुलन बिगड़ जाएगा।

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