भारतीय टेनिस के बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार और दिग्गज कोच रहे अख्तर अली का रविवार को निधन हो गया। पांच जुलाई 1939 को जन्मे अली 1958 से 1964 तक भारतीय डेविस कप टीम का हिस्सा थे।
अली के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, भारतीय टेनिस के दिग्गज ने रात के दो बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली। अख्तर की बेटी निलोफर ने कहा कि जब उनके वालिद ने अंतिम सांस ली थी तब पूरा परिवार उनके पास था।
अख्तर के बेटे और भारत के पूर्व डेविस कप खिलाड़ी जीशान अली हालांकि अपने पिता के पास नहीं थे। वह दिल्ली में एक कैम्प में शामिल थे। पिता के निधन का समाचार मिलते ही वह कोलकाता रवाना हो गए। निलोफर का कहना है कि अख्तर का अंतिम संस्कार रविवार को सूर्यास्त से पहले किया जाएगा।
निधन पर शोक-
अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने अली के निधन पर शोक व्यक्त किया है। एआईटीए ने कहा, “अखिल भारतीय टेनिस संघ अख्तर अली के निधन पर शोक व्यक्त करता है, जिनका कि रविवार को कोलकाता में निधन हो गया। सभी सदस्य, अधिकारी, सहयोगी और एआईटीए के प्रतिनिधि दुख की इस घड़ी में अली के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं।”
एकल और युगल दोनों में कुशल अली ने देश के दिग्गजों रामनाथन कृष्णन, नरेश कुमार, प्रेमजीत लाल और जयदीप मुखर्जी के साथ खेले थे। उन्होंने 16 साल की उम्र में 1955 में जूनियर नेशनल और फिर 2000 में अर्जुन पुरस्कार जीता था।
एक कोच के तौर पर उन्होंने रमेश कृष्णन, विजय अमृतराज, आनंद अमृतराज और लिएंडर पेस जैसे खिलाड़ियों का मार्गदर्शन किया।
यह भी पढ़ें: 22 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार, इनके साहस की कहानियां कर देंगी हैरान
यह भी पढ़ें: चेन्नई टेस्ट : रूट का दोहरा शतक, दूसरे दिन इंग्लैंड ने बनाए 555/8
[better-ads type=”banner” banner=”104009″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)