खुलासा : आठ सालों में चार गुना बढ़ी अखिलेश यादव की संपति
आजमगढ़ लोकसभा सीट से गठबंधन प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान नियमनुसार अखिलेश यादव ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया। इस दौरान एक चौंकाने वाली बात सामने आई है।
2009 लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कन्नौज और फिरोजाबाद संसदीय सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इस दौरान उन्होंने जो शपथ पत्र दाखिल किया था उसमें उनकी कुल चल-अचल संपत्ति चार करोड़ 85 लाख 82 हजार 202 रुपये थी।
2012 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को बहुमत मिला कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया। मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के दौरान वे विधान मंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं थे। बाद में उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता ली।
अखिलेश यादव के शपथ पत्र में बड़ा खुलासा-
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2012 में कन्नौज सीट की सांसदी छोड़ने के बाद विधान परिषद चुनाव में उन्होंने जो शपथ पत्र दाखिल किया था उसमें उनकी चल-अचल संपत्ति बढ़ कर 8 करोड़ 81 लाख 82 हजार 462 रुपये हो गई थी।
लोकसभा चुनाव 2019 के नामांकन के साथ प्रस्तुत शपथ पत्र में अखिलेश ने अपनी कुल संपत्ति 24 करोड़ 80 लाख 23 हजार 057 रुपये दर्शाया है। यह 2012 के विधान परिषद चुनाव के शपथ पत्र में घोषित संपत्ति का लगभग चार गुना है। यानि अखिलेश यादव की संपत्ति में आठ सालों में चार गुना बढ़ोत्तरी हुई है।
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