अमेरिका से समझौता: पाइपलाइन से बाहर के शहरों में कंटेनर के जरिये पहुंचेगी नेचुरल गैस
कंटेनर के जरिए गैस
अमेरिका से बड़ा तेल समझौता हुआ है। इसमें बाहर के शहरों में कंटेनर के जरिये नेचुरल गैस पहुंचायी जायेगी।
भारत की तेल वितरण कंपनी इंडियन ने देश के उन शहरों में कंटेनर से नेचुरल गैस की ढुलाई के लिए अमेरिकी कंपनी एकसोन्मोबिल के साथ करार किया है, जहां पाइपलाइप की पहुंच नहीं है।
कंटेनर के जरिए गैस
देश के जिन शहरों में पाइपलाइन नहीं है, वहां कंटेनर के जरिए गैस पहुंचाने में भारत अमेरिका की मदद लेने जा रहा है। इसके लिए अमेरिकी एनर्जी कंपनी एग्जॉन मोबिल कॉर्पोरेशन और इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन ने मंगलवार को एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस पहल से देश में स्वच्छ ईंधन के इस्तेमाल में बढ़ोतरी होगी और दोनों देशों के बीच एनर्जी सेक्टर में सहयोग बढ़ेगा। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
यूएस बना प्रमुख एनर्जी पार्टनर
अधिकारियों के मुताबिक, भारत के लिए अमेरिका एक प्रमुख एनर्जी पार्टनर के तौर पर उभरा है। अमेरिका से क्रूड ऑइल और लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) का आयात 6.7 अरब डॉलर होने का अनुमान है। एग्जॉन मोबिल और इंडियन ऑइल के अलावा, इस एग्रीमेंट में लिक्विफाइड गैस के लिए सप्लाई चेन में स्पेशियलाइजेशन रखने वाली अमेरिका की चार्ट इंडस्ट्रीज भी शामिल होगी।
गैस की हिस्सेदारी 15% होगी
इस एग्रीमेंट से भारत को अपने एनर्जी बास्केट में गैस की हिस्सेदारी 10 वर्षों में बढ़ाकर 15 पर्सेंट करने में मदद मिलेगी। अभी यह 6.2 पर्सेंट की है। देश में क्लीन फ्यूल के इस्तेमाल में गुजरात सबसे आगे है। गुजरात में गैस की सप्लाई पर्याप्त होने से राज्य की एनर्जी की खपत में इसकी हिस्सेदारी 26 पर्सेंट की है।
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