…अब WhatsApp न्यूज ग्रुप के लिए कराना होगा रजिस्ट्रेशन
अभी तक आपने गाड़ी चलाने या फिर कोई शॉप खोलने के लिए लाइसेंस लेने की बात तो जरूर सुनी होगी, मगर व्हाट्सएप मैसेंजर पर ग्रुप बनाने के लिए लाइसेंस लेने की बात चौंकाती है। लेकिन यह सच है कि अगर आप कोई व्हाट्सएप ग्रुप बनाने जा रहे हैं तो पहले आपको लाइसेंस लेना होगा। इसके लिए बकायदा सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
10 दिन पहले होगी जांच
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में अब व्हाट्सएप न्यूज ग्रुप का रजिस्ट्रेशन जरूरी कर दिया गया है। इस बारे में कुपवाड़ा के जिलाधिकारी द्वारा 18 अप्रैल को एक आदेश जारी किया गया है। इस आदेश के तहत पूरे जम्मू-कश्मीर में अगर किसी को व्हाट्सएप पर कोई ग्रुप या कोई न्यू्ज ग्रुप बनाना है तो फिर उन्हें पहले लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा। इस सर्कुलर के मुताबिक लाइसेंस के लिए अप्लाई करने के बाद एडमिन की 10 दिनों की जांच होगी और फिर रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
एडमिन होगा जिम्मेदार
रजिस्ट्रेशन के बाद अगर कंटेंट किसी भी तरह से हिंसात्मक पाया गया तो फिर एडमिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार कुपवाड़ा के अतिरिक्त सूचना अधिकारी इन ग्रुप्स पर नजर रखेंगे और जिला अधिकारियों को सूचना देंगे। इस आदेश में जिले में काम कर रहे सरकारी कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि सरकार की नीतियों को लेकर कोई पोस्ट या टिप्पणी न करें। ऐसा करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ग्रुप को लेकर चिंतित पुलिस
एसएसपी कुपवाड़ा, एसपी हंदवाड़ा और सभी तहसीलदारों को ऐसे सभी लोगों की सूची सबूत समेत देने को कहा गया है जो जिले में युवाओं को भड़काकर कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा कर रहे हैं। हंदवाड़ा की घटना के बाद से ही कश्मीर पुलिस इन व्हाट्सएप ग्रुप को लेकर चिंतित है। उसका आरोप है कि कुछ व्हाट्सएप ग्रुप पर अफवाहें फैलाई गईं।
पत्रकार खबरों के लिए बनाते हैं ग्रुप
दरअसल कश्मीर के अलावा देश के कई हिस्सों में अक्सर पत्रकार खबरें साझा करने के लिए ग्रुप बना लेते हैं, कई बार इसमें प्रशासनिक अधिकारियों को भी शामिल कर लिया जाता है। कश्मीर में कई न्यूज व्हाट्सएप ग्रुप हैं। इनमें ग्रेटर विजन न्यूज ग्रुप, सिटी एफएम जेके नाइन, एनएनआई प्रमुख हैं।