वरुण गांधी का टिकट काटना बीजेपी के लिए क्यों था जरूरी? अब अधीर रंजन ने दिया बीजेपी सांसद को ये ऑफर
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने वरुण गांधी को बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि वरुण गांधी साफ-सुथरी छवि के नेता हैं और अगर वह कांग्रेस पार्टी में आएंगे तो उनका स्वागत है. अधीर रंजन चौधरी के इस बयान के बाद अब तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. लेकिन यहां पर ये भी सवाल उठता है कि बीजेपी ने वरुण गांधी का टिकट क्यों काटा ? तो इसके पीछे कई वजह हैं. जिसने बीजेपी को टिकट काटने पर कहीं न कहीं मजबूर किया है.
कांग्रेस ने दिया ऑफर
वरुण गांधी पिछले काफी समय से अपनी ही सरकार के खिलाफ बयान दे रहे थे. कई ऐसे मौके आए, जब वरुण गांधी ने अपनी सरकार के कामों और उसकी नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं. अब बीजेपी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जिसके बाद कांग्रेस इस मौके को भुनाने की कोशिश में जुट गई है.
बता दें कि बीजेपी ने अपनी पांचवीं लिस्ट जारी की थी. जिसमें 111 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया था. बीजेपी ने पीलीभीत से वरुण गांधी की जगह पर यूपी सरकार में PWD मंत्री जितिन प्रसाद को उतारा है. वहीं वरुण गांधी की मां मेनका गांधी को सुल्तानपुर सीट से टिकट दिया है.
बगावती तेवर पार्टी को दिखाए
गौरतलब है कि वरुण गांधी बीजेपी से काफी समय से नाराज चल रहे थे. वह लगातार पार्टी लाइन से हटकर बयान दे रहे थे. सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने के साथ ही अपने ही नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करते हुए भी देखे गए.
वरुण गांधी ने 6 दिसंबर 2023 को एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि इस देश में दो हिंदुस्तान क्यों हैं? अगर हम आम इंसान के संघर्ष को लेकर ऐसी राजनीति में मौन हो जाएंगे तो लोकतंत्र भी आने वाले दिनों में मौन की तरफ बढ़ जाएगा. आज देश ऐसा लगता है मानों जैसे गुलामी की जिंदगी जी रहा है.
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वरुण गांधी ने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर भी जमकर हमला बोला था. उन्होंने अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए सरकार से सवाल किया था.सवाल उठाए थे कि क्या इस तरह से इस देश और सेना की वर्दी का अपमान नहीं होगा? इससे देश के युवाओं का मनोबल नहीं गिरेगा? जो लाखों लोग 4 साल के बाद हटाएंगे जाएंगे, उनकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा.