हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के बाद थाने में मचा बवाल, इंस्पेक्टर-दरोगा और दो सिपाहियों पर गिरी गाज

बरेली

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में नाबालिग बताई जा रही हिंदू लड़की के दूसरे समुदाय के युवक के अगवा करने का मामला भीड़ पर पुलिस की ओर से लाठियां बरसाने के बाद और भी गर्मा गया। इस मामले में यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया। इसके साथ ही एक दरोगा और दो सिपाहियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई।

हिंदू संगठनों के नेताओं से पुलिस अफसरों की नोकझोंक

बता दें कि इस मामले में ज्ञापन देने आए हिंदू संगठनों के नेताओं से पुलिस अफसरों की नोकझोंक होने के बाद भीड़ ने थाना किला में तोड़फोड़ कर दी। जवाब में अफसरों के आदेश पर पुलिस ने भीड़ पर लाठियां बरसाईं। इसमें कुछ कार्यकर्ताओं के चोटिल होने के बाद मामला और तूल पकड़ गया। इस दौरान भीड़ जबर्दस्त हंगामा करती रही और कई घंटों थाने में जमी रही।

police station

घटना की गंभीरता को देखकर एडीजी, डीआईजी और एसएसपी समेत कई अधिकारी थाने पहुंच गए तो वहीं शहर और बिथरी के विधायकों समेत मेयर भी थानें पहुंच गए। प्रथमदृष्ट्या पुलिस की गलती सामने आने पर इंस्पेक्टर को लाइनहाजिर कर दिया गया। इसके अलावा एक दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। चोटिल कार्यकर्ताओं का मेडिकल कराकर एसपी देहात को जांच के आदेश दिये गये हैं।

लड़की के पिता ने छह लोगों के खिलाफ दर्ज करायी FIR

17 अक्टूबर को लड़की के पिता ने उसे नाबालिग बताते हुए थाना किला में बिलाल नाम के युवक समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें आरोप लगाया गया था कि लड़की बिलाल के झांसे में आकर घर में रखे आठ लाख रुपये और जेवर भी ले गई है, जिसको लेकर लड़की के परिवार के साथ-साथ हिंदू संगठन जल्द उसकी बरामदगी का दबाव बनाए हुए थे।

मंगलवार की दोपहर बीजेपी महानगर अध्यक्ष केएम अरोरा, विहिप के विभाग संयोजक पवन अरोरा के साथ कई हिंदू संगठनों के लोग थाना किला पहुंचे, जहां उन्होंने सीओ और थानाध्यक्ष को ज्ञापन देकर जल्द लड़की की बरामदगी करने की मांग की और साथ ही आरोपियों को गिरफ्तारी भी जल्द करने को कहा। इस दौरान भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने नारेबाजी करने के साथ थाने में रखी कुर्सियों को तोड़ना शुरू कर दिया। इस पर सीओ ने पुलिस को भीड़ को खदेड़ने का आदेश दे दिया। पुलिस फोर्स ने जब भीड़ पर लाठियां चलाईं तो थाने में भगदड़ मच गई और कुछ कार्यकर्ता गंभीर रूप से चोटिल हो गए।

बरेली

इसके बाद बीजेपी महानगर अध्यक्ष के समझाने पर भीड़ थाने में ही धरना देने लगी और अफसरों के नाम लेकर मुर्दाबाद के नारे लगाने लगी। करीब साढ़े तीन बजे एसएसपी और फिर डीआईजी और एडीजी भी थाने पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने कुछ नेताओं को इंस्पेक्टर के कक्ष में बुलाया और बात करने के बाद इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की बता कही, जिसके बाद शाम करीब साढ़े चार बजे भीड़ थाने से हटी।

थाने में कुर्सियां तोड़ने वालों की होगी रिपोर्ट

वहीं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि थाने में कुर्सियां तोड़ने वाले कुछ लोगों को चिन्हित कर रिपोर्ट लिखाई जा रही है। लाठीचार्ज की शिकायत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसपी देहात को जांच सौंपी गई है। फिलहाल आरोपों के आधार पर मलूकपुर चौकी प्रभारी रजनीश यादव, सिपाही राहुल व इब्नेहसन को निलंबित और थाना प्रभारी सतीश कुमार को लाइन हाजिर किया जा रहा है।

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