आमिर खान और बेटी आयरा ने मानसिक रोग के प्रति लोगों को किया जागरूक, वीडियो साझा कही ये बात …

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आज विश्व में विश्व मानसिक रोग दिवस मना रहा है, इस मौके पर बॉलीवुड स्टार आमिर खान और उनकी बेटी आयरा खान मेंटल हेल्थ, डिप्रेशन और एंग्जाइटी को लेकर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया है। इसके लिए उन्होने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में साझा किया है, जिसमें उन दोनों ने अपने मानसिक स्वास्थय को लेकर खुलासा किया है कि, वे दोनों खुद ही एक लम्बे समय से डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहे थे।

लम्बे मानसिक रोग से जूझ रहे आमिर और आयरा

हर साल 10 अक्टूबर को मेंटल हेल्थ डे यानी विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर सामाजिक मुद्दो पर बोलने वाले आमिर खान और उनकी बेटी आयरा ने मानसिक रोगियों में जागरूकता लाने के मकसद से सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें वे करते है कि, ‘मैथ्स सीखने के लिए हम स्कूल या टीचर के पास जाते हैं या ट्यूशन जाते हैं. अगर बाल कटवाने हों तो सैलून या दुकान जाते हैं जहां पर वो इंसान हमारे बाल काटता है जो उसमें ट्रेंड हो. घर पर अगर फर्नीचर का काम हो या फिर नल ठीक करने का काम हो तो हम उस व्यक्ति के पास जाते हैं जो ये काम जानता हो. या बीमार हैं तो डॉक्टर के पास जाते हैं.’

इसके आगे बोलते हुए आमिर खान ने कहा, ‘जिंदगी में ऐसे बहुत सारे काम हैं जो हम खुद नहीं कर पाते हैं जिसमें हमें किसी दूसरे आदमी की मदद लेनी पड़ती है औरे ऐसे फैसले हम बड़ी आसान सी ले लेते हैं.बगैर किसी शर्म या झिझक के.इसी तरह जब हमें मानसिक या जज्बाती मदद की जरूरत पड़ती है तब हमें बिना झिझक ऐसे व्यक्ति के पास जाना चाहिए जो हमारी मदद कर सकता है ट्रेंड है प्रोफेशनल है.’ इस पूरी बातचीत के दौरान आमिर खान इस बात का भी खुलासा करते है कि, वे और उनकी बेटी भी सालों से मानसिक थेरेपी ले रहे है, इसके साथ ही वे वीडियो के अंत में मानसिक या जज्बाती तकलीफ से गुजर रहे लोगों को बिना झिझक ऐसे शख्स से के पास जाने की सलाह देते है।’ देखे वीडियो..

 

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वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे क्यों मनाया जाता है ?

दौड़ती भागती जिंदगी में हर दूसरा व्यक्ति मानसिक दबाव की स्थिति से गुजर रहा है, लेकिन बहुत कम लोग है जो इसको अहमियत देते है। जिसकी वजह से इन दिनों मानसिक रोगों में बढावा देखने को मिल रहा है, लोग मेंटल स्ट्रेस, डिप्रेशन, एंजाइटी से लेकर हिस्टीरिया, डिमेंशिया, फोबिया जैसी मानसिक बीमारी का शिकार हो रहे है। ऐसे विश्व को मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता का बोध कराने के लिए 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

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