बेटे को ढूंढने के लिए मासूम पिता ने चलाई 1500 किलोमीटर साइकिल, पढ़े पूरी खबर   

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उत्तर प्रदेश की घटना बाप अपने बेटे की तलाश में 1,500 किलोमीटर साइकिल चला चुके पिता की मदद के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब जाकर आखे खोली है। एसपी हाथरस ने मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने की बात पर एक जांच कमिटी गठित की है। इसके अतिरिक्त सतीश के बेटे को खोजने के लिए विशेष टीम गठित की है। तीन दिन पहले नवभारत टाइम्स ने इस पिता की दास्तान को  प्रकाशित किया था।

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पिता साइकल चला कर पंहुचा आगरा

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के रहने वाले सतीश चंद का 11 वर्षीय अपाहिज बेटा गोदना अचानक लापता हो गया था। बेटे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराने वह थाने पहुंचा था लेकिन पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की। उसे थाने से भगा दिया गया था। उसके पास इतने रुपये भी नहीं थे कि वह कुछ और कर सके। इसलिए वह साइकल लेकर बेटे को खोजने निकल चुका। वह कई शहरों में लगातार भूखा प्यासा रहकर साइकल चलाता रहा। गांवों में रुककर बेटे की फोटो दिखाकर उसके बारे में पूछता। इस दौरान उसने 1,500 किलोमीटर साइकल चलाई और आगरा पहुंचा।

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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने की मदद

आगरा में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने उसकी मदद की और सोशल मीडिया में अभियान चलाया। हाथरस के एएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि वे लोग सतीश के संपर्क में है। उससे केस की सारी जानकारी ली जा रही है। उसके बेटे को खोजने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। हाथरस पुलिस ट्विवटर पर भी लोगों से सहयोग मांग रही है।

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विशेष टीम का गठन किया

हाथरस एसपी गुले सशील चंद्रभान ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है कि सतीश का बेटा पांच महीने पहले लापता हो गया था। इसकी शिकायत उसने दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसका कर्तव्य नहीं निभाया और उसके बेटे को खोजने का कोई प्रयास नहीं किया। इस मामले में एक आंतरिक जांच कमिटी गठित की गई है। इसके अलावा गोदना को ढूंढने के लिए भी एक विशेष टीम बनाई गई है। प्राथमिकता के तौर पर इस मामले को लिया गया है।

साभार: (नवभारत टाइम्स )

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