पुरखों की कब्र पर जाकर कांग्रेसी नेता ने मांगे भारतीय होने के सबूत
देशभर में नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से ज्याद समय से मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठी हैं। इसके अलावा कई राज्यों में विपक्षी दल संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को वापस लेने की मांग कर रहे है।
इसके विपरीत लखनऊ में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने साफ किया कि किसी भी हाल में सरकार सीएए वापस नहीं लेगी। ऐसे में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक कांग्रेसी नेता ने सीएए के विरोध का नया तरीका ढूंढ निकाला है। वह अपने पुरखों की कब्र के पास पहुंचे और रोते हुए उनसे नागरिकता से जुड़े दस्तावेज मांगने लगे।
पुरखों से मांगे दस्तावेज!-
प्रयागराज में कांग्रेस नेता हसीब अहमद सीएए का विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को हसीब कब्रगाह पहुंचे और पुरखों की कब्र के पास जाकर रोने लगे। वह कब्र के पास रोते हुए पुरखों से अपनी भारतीय होने के सबूत से जुड़े दस्तावेज देने की मांग करने लगे।
हसीब अहमद ने कहा, ‘हमारे पास दस्तावेज नहीं है लेकिन हम भारत में पीढ़ियों से रह रहे है। हमने अपने पूर्वजों से कहा कि इस बात का प्रमाण दें कि हम इस देश के नागरिक है। हमने सरकार से मांग की है कि अगर हमें डिटेंशन कैंप में भेजा जाएगा तो हमारे पुरखों के अवशेष भी वहां रखे जाएं।’
UP के कई क्षेत्रों में विरोध-
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध जारी हैं। गुरुवार को वाराणसी में कई मुस्लिम महिलाओं ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया। इसके अलावा लखनऊ में भी मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठी थीं लेकिन पुलिस ने जबरन उन्हें प्रदर्शन स्थल से उठवा दिया। दिल्ली के शाहीन बाग में भी विरोध में एक महीने से ज्यादा वक्त से महिलाएं धरने पर हैं।
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