अयोध्या फैसले से पहले CJI रंजन गोगोई से मिले UP के मुख्य सचिव और DGP
अयोध्या मामले में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से मिलने के बाद यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और डीजीपी ओपी सिंह अन्य अधिकारियों के साथ सुप्रीम कोर्ट से निकले
अयोध्या मामले पर फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और डीजीपी ओपी सिंह अन्य सीनियर अधिकारियों के बीच बैठक हुई।
सीजेआई रंजन गोगोई के साथ बैठक के बाद मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य सीनियर अधिकारी सुप्रीम कोर्ट से निकल चुके हैं।
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में ऐतिहासिक फैसले से पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने यूपी के डीजीपी और मुख्य सचिव से राज्य के हालात पर अपडेट लिया है।
गोगोई ने सूबे के डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को मुलाकात के लिए आज दिल्ली बुलाया था।
CJI ने अपने चेंबर में यूपी के दोनों टॉप अफसरों से सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की जानकारी ली। चीफ जस्टिस के साथ दोनों अधिकारियों की यह मीटिंग करीब डेढ़ घंटे तक चली।
बताया जा रहा है कि अयोध्या केस पर बनी संवैधानिक पीठ में शामिल सभी पांचों जज इस बैठक में मौजूद हैं।
सुरक्षा का जायजा लिया
इससे पहले गुरुवार को देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के डिविजनल कमिश्नरों, डीएम और अन्य उच्चाधिकारियों से बात कर सुरक्षा का जायजा लिया था।
सीएम योगी ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए लखनऊ और अयोध्या में दो हेलिकॉप्टरों को तैनात रहने का आदेश दिया है।
अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद में अहम फैसले से पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से यूपी के डीजीपी और मुख्य सचिव ने मुलाकात की है।
गोगोई ने सूबे के डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को मुलाकात के लिए दिल्ली बुलाया था।
यह भी पढ़ें: कमलेश तिवारी हत्याकांड : पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपियों ने रची थी ये साजिश
यह भी पढ़ें: कमलेश तिवारी के हत्यारों को पिस्टल देने वाला गिरफ्तार
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)