पार्टियों ने उपचुनाव जीतने के लिए कसी कमर, लक्ष्य विधानसभा चुनाव 2022

0

यूपी में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है। लोकसभा में बीजेपी ने भारी बहुमत से जीत हासिल किया था। कई बड़े और छोटे दलों को करारी हार का सामना करना पड़ा। लेकिन अब यूपी में उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है और तैयारियों में जुट गई हैं।

बताते चलें कि यूपी में होने जा रहा उपचुनाव आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भी काफी अहम माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी बसपा ने सपा से गठबंधन कर अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन सपा के कई दिग्गज नेता अपना ही किला नहीं बचा पाए थे। ऐसे में अब यूपी की दो बड़ी पार्टियां सपा और बसपा ने यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा 2022 की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। उपचुनाव में अधिक से अधिक सीटों को जीतने के लिए सपा और बसपा ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।

राजनीतिक जानकारों की मानें तो लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी का लहर सब पर भारी पड़ा था। लेकिन राज्यों के चुनाव में जनता का रुझान कुछ अलग ही होता है। ऐसे में विधानसभा उपचुनाव में सीटों पर अधिक से अधिक जीत से बदलाव के आसर दिखाई दे सकते हैं, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता।

ये भी पढ़ें:  मशहूर वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी का 95 साल की उम्र में निधन

कांग्रेस यूपी में पूरी तरह से फ्लॉप ही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी अमेठी की सीट भी नहीं बचा पाए थे। ऐसे में यूपी की विधानसभा उपचुनाव की सीटों को जीतने के लिए हर रणनीति को अपनाएगी। इसके लिए कांग्रेस ने कुछ दिग्गज प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर नामों का ऐलान भी कर दिया है। कांग्रेस को भले ही लोकसभा चुनाव में करारी हार मिली हो, लेकिन प्रियंका गांधी के राजनीति में उतरने पर जनता का रुझान कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है।

वैसे भी इस बार का हर चुनाव अपने आम में काफी अहम होने वाला है। चूंकि लोकसभा चुनाव में जिस तरह से गठबंधन कर चुनाव लड़ते हुए भाजपा का किला तोड़ने की कोशिश की वह रोमांचक था। इस बाद बसपा और सपा का गठबंधन नहीं है। यही नहीं बसपा ने अन्य पार्टियों से भी गठबंधन तोड़ते हुए अकेले दम पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वहीं, बीजेपी भी फूंक फूंक कर कदम रख रही है। चूंकि उपचुनाव की जीत ही आगे के राजनीति की दशा और दिशा तय करेगी।

ये भी पढ़ें: मुलायम सिंह के आह्वान के बाद आजम के समर्थन में रामपुर पहुंचेंगे अखिलेश यादव

हर पार्टियों ने चुनाव को लेकर बैठकें और रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। वहीं, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए जुट गए हैं। यह बात अलग है कि मुलायम सिंह की सभी कोशिशें अंदरखाने में कुछ सही नहीं होने के कारण हर तरह से सफल होती नजर नहीं आ रही। अखिलेश यादव ने भी युवओं को एकजुट करना शुरू कर दिया है। इस उपचुनाव को लेकर राजनीति में बदलाव के संकेत भी राजनीतिक विशेषज्ञ देख रहे हैं। चूंकि राज्यों के चुनाव में राजनीति केन्द्र से इतर होती है। ऐसे में उपचुनाव को लेकर अब रोमांचक घमासान देखने को मिल सकता है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More