पद्मश्री प्रोफेसर कृष्ण चंद्र चुनेकर का निधन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के मूर्धन्य विद्वान पद्मश्री प्रोफेसर कृष्ण चन्द्र चुनेकर का निधन हो गया। सोमवार सुबह 10.30 बजे कृष्ण चन्द्र चुनेकर ने रतन फाटक गली स्थित अपने पैतृक आवास पर अंतिम सांस ली। वह 91 वर्ष के थे।
भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सक और लेखक रहे कृष्ण चन्द्र चुनेकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर हुआ। पुलिस के जवानों ने उन्हें अंतिम शास्त्र सलामी दी।
प्रोफेसर कृष्ण चन्द्र चुनेकर को मुखाग्नि उनके पुत्र अनिरुद्ध चुनेकर ने दी। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के अध्यापक, पत्रकार व गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
आयुर्वेदिक चिकित्सा में सम्मानित थे कृष्ण चन्द्र चुनेकर-
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय के द्रव्यगुण विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर चुनेकर का नाम आयुर्वेदिक चिकित्सा विशेषकर द्रव्यगुण के क्षेत्र में बहुत ही सम्मान से लिया जाता है। उनका जन्म 1928 में हुआ था।
कृष्ण चन्द्र चुनेकर भारत के एक आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं आयुर्वैज्ञानिक लेखक थे। साल 2013 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने औषधीय पादपों पर अनेक पुस्तकों की रचना की है जिसमें से ‘मेडिसिनल प्लान्ट्स ऑफ सुश्रुत संहिता’ प्रमुख है।
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