गोरखपुर और फूलपुर पर लगीं सबकी निगाहें, ऐसा है सीटों का समीकरण

0

लोकसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों की जंग बाकी है सत्तापक्ष और विपक्ष के अपने-अपने दावों के बीच उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर सभी की निगाहें लगी हैं।

गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर वर्ष 2014 में क्रमश: योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन योगी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने और मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद इन दोनों सीटों से इस्तीफा देना पड़ा था।

BJP को मिल थी गठबंधन की कड़ी चुनौती-

इन दोनों के राज्य विधान परिषद का सदस्य बन जाने पर पिछले साल गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनमें भाजपा को सपा-बसपा गठबंधन के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था।

इससे पहले, योगी गोरखपुर सीट से पांच बार सांसद चुने जा चुके थे, लिहाजा इस सीट पर भाजपा की पराजय एक बड़ा झटका था। इसी तरह फूलपुर सीट पर भी भाजपा का खासा दबदबा था। फूलपुर में इस बार छठे चरण में 12 मई को जबकि गोरखपुर में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा।

जीत की जी-तोड़ कोशिश कर रही BJP-

गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर भाजपा को हराकर औपचारिक गठजोड़ का ऐलान करने वाले सपा-बसपा आगे भी इन दोनों सीटों पर अपना कब्जा बनाये रखना चाहेंगे। वहीं, भाजपा इन सीटों को फिर से अपने खाते में दर्ज कराने की जी-तोड़ कोशिश कर रही है।

भाजपा के लिये यह राहत की बात हो सकती है कि गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले सपा उम्मीदवार प्रवीण कुमार निषाद अब उसके पाले में आ गये हैं और वह पूर्वांचल की ही संत कबीर नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

इन प्रत्याशियों के बीच है कड़ा मुकाबला-

गोरखपुर में इस बार मुख्य मुकाबला सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी राम भुआल निषाद, भाजपा प्रत्याशी रवीन्द्र श्याम नारायण शुक्ला उर्फ रवि किशन और कांग्रेस उम्मीदवार मधुसूदन त्रिपाठी के बीच माना जा रहा है।

दूसरी ओर, फूलपुर में भाजपा की केशरी देवी पटेल, सपा के पंधारी यादव और कांग्रेस के पंकज पटेल मुख्य मुकाबले में हैं। इस बार गोरखपुर में 10 उम्मीदवार और फूलपुर में 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। गोरखपुर में 19.54 लाख और फूलपुर में 19.75 लाख मतदाता हैं।

यह भी पढ़ें: निरहुआ को कॉन्फिडेंस – मुझे, रवि और मनोज तीनों को मिलेगी जीत

यह भी पढ़ें: समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मणों को अपमानित किया : भानु प्रकाश मिश्र

 

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More