मुलायम सिंह PM मोदी की तरह फर्जी पिछड़ी जाति के नहीं हैं: मायावती
मैनपुरी में महागठबंधन की चौथी और एतिहासिक रैली है। कारण 25 साल बाद मायावती और मुलायम सिंह यादव एक साथ एक मंच पर हैं और मायावती सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की जीत के लिए वोट अपील करेंगी। मुलायम सिंह यादव के मंच पर आते ही मायावती अपनी कुर्सी से उठ गयी और उनका स्वागत किया, जिसके बाद बसपा सुप्रीमो के एक तरह मुलायम सिंह कुर्सी पर बैठे नजर ए और दूसरी तरफ अखिलेश यादव।
मायावती का संबोधन:
मुलायम सिंह यादव के संबोधन के बाद मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भीड़ देखकर लग रहा है कि आप लोग मुलायम सिंह यादवजी को रेकॉर्ड मतों से जिताएंगे।
1995 में हुए गेस्ट हाउस की घटना के बाद आपलोग के सवाल मुझसे होंगे, ‘देशहित में कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। देशहित में सपा-बसपा का गठबंधन हुआ है।’
मुलायम सिंह यादव ने समाज के हर वर्ग को अपने साथ जोड़ा है। खासकर पिछड़े वर्ग के लोगों को इन्होंने अपने साथ जोड़ा है। वह खुद भी पिछड़े वर्ग के हैं, नरेंद्र मोदी की तरह नकली पिछड़े वर्ग के नहीं हैं।
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नरेंद्र मोदी ने गुजरात में अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए खुद को पिछड़ा वर्ग में शामिल करवाया था और पिछले लोकसभा चुनाव में इसका फायदा भी उठाया था।
इस चुनाव में बीजेपी की कोई नटकबाजी और जुमलेाजी काम में नहीं आएगी। इस बार नया नाटक ‘चौकीदारी’ भी इनको बचा नहीं पाएगी।
मैनपुरी के लोग मुलायम को असली नेता मानते हैं, खासकर बैकवर्क क्लास के लोग। मुलायम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नहीं हैं। मुलायम सिंह असली पिछड़े वर्ग के हैं, वह मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नहीं हैं।
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