BHU में नर्सिंग छात्रों के साथ हुए ‘धोखे’ की पूरी कहानी
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का माहौल एक बार फिर से गर्म हो गया। इंडियन काउंसिल ऑफ नर्सिंग से मान्यता रद्द होने के बाद नर्सिंग के छात्र-छात्राएं सड़क पर उतर आए। बीएचयू प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए छात्र फैकेल्टी के सामने धरने पर बैठ गए।
तभी छात्रों को समझाने पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के जवानों की सख्ती के बाद माहौल बिगड़ गया। चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह और छात्रों के बीच जमकर धक्कामुक्की भी हुई। आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने कुछ छात्रों की पिटाई भी की।
क्यों सड़क पर उतरे नर्सिंग के छात्र ?
छात्रों का आरोप है कि बीएचयू प्रशासन की लापरवाही के चलते फैकेल्टी के 260 छात्रों के भविष्य पर तलवार लटक रही है। दरअसल सत्र 2015-17 दौरान इंडियन काउंसिल ऑफ नर्सिंग ने बीएचयू की डिग्री को अमान्य कर दिया। जब छात्रों को इस बात की जानकारी हुई तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई।
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छात्रों ने सत्र इंडियन काउंसिल ऑफ नर्सिंग से मान्यता के लिए कई बार बीएचयू प्रशासन से गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बीएससी थर्ड ईयर के छात्र पंकज बताते हैं कि बीएचयू प्रशासन ने हमारे साथ धोखा किया है। जब मान्यता ही नहीं थी तो हमारा एडमिशन ही क्यों लिया गया। छात्रों के मुताबिक मान्यता को लेकर हमने फैकेल्टी के डीन से लेकर वीसी तक से गुहार लगाई लेकिन तीन सालों तक इस मामले को लटकाया जाता रहा।
सड़क पर उतरने को मजबूर हुए छात्र
बीएचयू प्रशासन से मिली नाकामी के बाद छात्रों के सामने सिर्फ धरना-प्रदर्शन का ही रास्ता था। लिहाजा इंसाफ की मांग करते हुए छात्र गुरुवार की सुबह सड़क पर उतर आए। छात्र नारेबाजी करते हुए फैकेल्टी के सामने धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही चीफ प्रॉक्टर रोयना सिंह की अगुवाई में सुरक्षाकर्मी भी मौके पर पहुंच गए। छात्रों का आरोप है कि इस मामले में कोई ठोक आश्वासन देने के बजाय रोयना सिंह मारपीट करने लगीं।
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