12वीं फेल इस कार मैकेनिक ने बनाई पानी से चलने वाली कार

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जिंदगी में जब कोई इंसान मेहनत करने के बावजूद भी सफल नहीं हो पाता है तो वो अपनी तकदीर को दोष दोने लगता है, बजाय अपनी गलती को ढूंढने के। इंसान वहीं सफल होता है जो असफलता को अपना हथियार बनाता है। क्योंकि हमारी पिछली असफलता ये बताती है कि कहीं न कहीं हमने कोई कसर छोड़ी है जिसकी वजह से सफलता मिलते-मिलते हाथ से निकल गई।

फिलहाल आप को आज एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिनके पास न तो कोई डिग्री है न ही कोई इंजीनियर या विदेश से पढ़ाई की है। बल्कि एक गैराज में गाड़ियों की  मरम्मत करने वाले मैकेनिक रईस मकरानी के बारे में ।

रईस मकरानी मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने  वाले हैं। रईस ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे देखकर बड़े से बड़ा इंजीनियर और ऑटोमोबाइल कंपनिया भी नहीं कर पाई है। रईस ने एक ऐसी कार बनाई है जो अब पानी से चल सकेगी।

दरअसल, रईस मकरानी का परिवार गाड़ियों की रिपेयरिंग का कारोबार करता है। बता दें कि लगभग 35 साल पहले 12वीं में फेल होने के  बाद पड़ाई छोड़ कर पुश्तैनी गैराज का काम देखना शुरू किया था। रईस का कहना है कि वो एकदिन गैस वेल्डिंग कर रहे थे तभी उनके दिमाग में एक आइडिया आया कि गाड़ी के पिस्टन को चलाने के लिए आग और करंट की जरुरत होती है।

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और वेल्डिंग में भी कैल्शियम कार्बाइड और लिक्विड के मिलने से आग पैदा होती है। बस इसी थ्योरी पर उन्होंने पानी से चलने वाली कार की  तकनीक पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने इंजन में थोड़ा बहुत इधर-उधर  करके प्यूल टैंक में  पानी और कार्बाइड की पाइप लगा दी और इंजन को स्टार्ट करने लगे । अचानक से इंजन स्टार्ट हो गया।

धीरे-धीरे  इंजन को विकसित करने में रईस को पांच साल लग गए। अब उनकी कार 20 लीटर पानी और 2 किलो कैल्शियम कार्बाइड से 20 किलोमीटर तक जा सकती है। बता दें कि इसके बाद मकरानी ने साल 2013 में मुंबई स्थित इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया के ऑफिस से अपने फॉर्मूले को पेटेंट भी करा लिया है।

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वहीं मीडिया में जब ये  खबर आई तो कार बनाने वाली कंपनियों के बीच में हड़कंप मच गया और रईस मकरानी के सामने कंपनियों ने उनके साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव रखा। रईस मकरानी ने इन सब के फैसले को ठुकरा दिया और उनका मानना है कि अगर देश में रहकर इस फार्मूले पर काम किया जाएगा तो देश में रोजगार के साथ ही  मेक इन इंडिया जैसी योजना को भी बढ़ाया जा सकता है।

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