पड़ोसियों के झगड़े में आमने-सामने आए योगी और मायावती!
नोएडा में एडीएम और रिटायर्ड कर्नल के बीच विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है। एक पक्ष के साथ उत्तर प्रदेश सरकार है तो दूसरे ने मायावती के पास पहुंचकर मदद मांगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र प्रताप सिंह चौहान से मारपीट के मामले में मुजफ्फरनगर के एडीएम हरिशचंद्र को निलंबित कर दिया है।
वहीं अब मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एडीएम हरिश्चंद्र की पत्नी उषा ने मायावती से दिल्ली में मुलाक़ात की। इसके बाद बसपा सुप्रीमो के कहने पर नेता लालजी वर्मा ने योगी आदित्यनाथ से भेंट की। लालजी वर्मा ने आरोप लगाया कि सिर्फ़ दलित होने के कारण हरिश्चंद्र को परेशान किया जा रहा है।
रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था
ऐसे में अब यह पड़ोसियों का सामान्य विवाद काफी बड़ा हो चुका है। आपको बता दें कि कर्नल के पड़ोस में रहने वाले एडीएम से अवैध निर्माण को लेकर विवाद शुरू हुआ था। इसके बाद 14 अगस्त को कर्नल के साथ मारपीट की गई। यही नहीं पीसीएस अधिकारी की पत्नी की शिकायत पर रिटायर्ड कर्नल और तीन अज्ञात लोगों पर मारपीट, SC/ST और छेड़छाड़ सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज़ कर नोएडा कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने बिना किसी जांच के पीड़िता की तहरीर पर रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
पुलिस ने रिटायर्ड कर्नल को हथकड़ी पहनाकर कोर्ट में पेश किया था। यही नहीं थाने में उन्हें फर्श पर बैठाया गया था। जिससे शहर के पूर्व सैनिक नाराज थे। पूर्व सैनिकों ने इसकी शिकायत डीएम से की और रिटायर्ड कर्नल के बेकसूर होने के साक्ष्य दिए। साथ ही पूर्व सैनिकों के दबाव में राज्य सरकार भी हरकत में आई और पीड़ित कर्नल को हर तरह की मदद करने का आदेश दिया गया।
Also Read : चाहे लोग कितना ही रोकने की कोशिश करे सपा और साइकिल नहीं रुकेगी
इसके बाद वहीं मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम के आदेश पर मुजफ्फरनगर में तैनात अपर जिलाधिकारी सहित सात लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश, जान से मारने की धमकी देने और अवैध निर्माण करने के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया है। एसएसपी ने इसके बाद ही सीओ प्रथम अनित कुमार व इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना को हटा दिया और एसआई रवि तोमर को सही तफतीश नहीं करने और पुलिस की छवि खराब करने का आरोप लगाकर सस्पेंड कर दिया। कर्नल को हथकड़ी लगाने वाले मुंशी वासिफ अली को भी निलंबित कर दिया गया है।
जीतेन्द्र अवस्थी (नौकर) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं
पूर्व सैनिकों ने बीते शाम इस मामले को लेकर कैंडल मार्च भी निकाल निकला। जिसके बाद पुलिस ने एडीएम के राहुल नागर (गनर) और जीतेन्द्र अवस्थी (नौकर) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं। बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें बनाकर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं मामला उल्टा पड़ता देख एडीएम पत्नी और परिवार सहित फरार हो गए।
पेश होने के बाद रिटायर्ड कर्नल को जमानत मिल गई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुजफ्फरनगर के एडीएम छुट्टी पर हैं। वहीं पूर्व सैनिक ने डीएम से मिलकर शिकायत की और सीसीटीवी फुटेज भी सौंपा जिसमें एडीएम ही कर्नल से मारपीट कर रहा था। कोर्ट में सीसीटीवी पेश होने के बाद रिटायर्ड कर्नल को जमानत मिल गई। इस मामले में एडीएम हरीश चंद्रा, पत्नी ऊषा चंद्रा, अनुराग चंद्रा, रोहित गुजराल, प्रशांत नागर भी आरोपी बनाए गए हैं।
एसटी एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है
अब पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है। इस मामले में रिटायर्ड कर्नल के कुक हरीश लाल का कहना है कि वह खुद दलित है। इसके बावजूद एडीएम की झूठी शिकायत पर उसके खिलाफ एससी- एसटी एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है। वह सबूतों के साथ उन पर हाथ उठाने वाले एडीएम के दोस्त रोहित गुजराल और उनकी पत्नी शालिनी के खिलाफ केस दर्ज करवाने के लिए थाने गए, लेकिन उनकी शिकायत तक रिसीव नहीं की गई।साभार
(अन्य खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें। आप हमेंट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)