यूपी पुलिस के जांबाज अफसर थे एएसपी राजेश साहनी
उत्तर प्रदेश पुलिस के बेहद शानदार और काबिल (capable) अफसरों में शुमार राजेश साहनी ने मंगलवार को एटीएस मुख्यालय पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अभी पिछले सप्ताह ही ISI एजेंट की गिरफ्तारी समेत कई बड़े ऑपरेशन को राजेश ने अंजाम दिया था।
पिछले सप्ताह की थी ISI एजेंट की गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के एएसपी राजेश साहनी ने पिछले सप्ताह ही उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से ISI एजेंट की गिरफ्तारी की थी।
सैफुल्ला एनकाउंटर में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
आपको यह भी बता दें कि ASP राजेश साहनी खुरासान मॉड्यूल को खोलने वाले अधिकारी थे। लखनऊ में ISIS के सैफुल्ला एनकाउंटर में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
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हंसमुख स्वाभाव के थे राजेश
राजेश साहनी काफी हंसमुख स्वभाव के थे। राजेश सहानी 1992 बैच के PPS अधिकारी थे। राजेश 2013 में अपर पुलिस अधीक्षक बने। 1969 में जन्मे राजेश ने एमए राजनीति शास्त्र से किया था। वर्तमान में यह लखनऊ स्थित ATS मुख्यालय में तैनात थे। वह मूल रूप से बिहार के पटना जिले के रहने वाले थे।
कुछ ही सालों में बनने वाले थे IPS
राजेश के करीबी अधिकारियों का कहना है कि वे काफी तेजतर्रार पीपीएस अधिकारी थे और कुछ ही सालों में राजेश का प्रमोशन होना था, प्रमोशन के बाद वे पीपीएस से आईपीएस हो जाते।
सबसे काबिल ऑफिसर्स में से एक थे राजेश- DGP
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया ओपी सिंह ने कहा, ‘हमें बताते हुए अत्यधिक कष्ट हो रहा है कि राजेश साहनी (एएसपी एटीएस) नहीं रहे। वह यूपी पुलिस के सबसे काबिल ऑफिसर्स में से एक थे। उनकी आत्महत्या के कारणों के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है। हमारी प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’