इन से मिलिए ये है ‘किसान चाची’
साधारण सी साड़ी माथे पर बिंदी जब गांव की सड़कों पर साइकिल से गुजरती हैं तो देखते ही लोग कहते हैं नमस्ते किसान चाची। गांव में किसी भी किसान को खेती से संबधित कोई भी जानकारी चाहिए तो वो किसान चाची से ही संपर्क करते हैं। बदले में किसान चाची किसानों की खेती संबधित समस्याओं का तत्काल समाधान करती हैं। यही वजह है कि पूरा गांव उनको किसान चाची के नाम से पुकारता है।
कौन है किसान चाची
किसान चाची का नाम राजकुमारी देवी है। ये बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया गांव की स्वनिर्मित खेती की जानकार हैं। किसान चाची के पास खेती की कोई डिग्री न होने के बावजूद स्वयं शिक्षित और व्यावहारिक ज्ञान के आधार पर खेती की जानकार हैं। तीन बच्चों की मां किसान चाची घर और गांव के बीच बेहतर तरीके से तालमेल बैठा पाती हैं। बिहार के आस पास के गांवों के हजारों लोग बिहार राज्य का भाग्य बदलने के लिए किसान चाची का सम्मान करते हैं। किसान चाची को खेती में 30 साल का अनुभव है। इसके अलावा वह सब्जी की खेती पर आधारित बिजनेस राय देती हैं।
Also Read : बेखौफ बदमाशों ने की BJP नेता की गोली मारकर हत्या
इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 300 महिलाओं का सेल्फ ग्रुप भी बनाया है। स्वभाव से शर्मीली किसान चाची की शादी एक बेरोजगार व्यक्ति से हुई थी। शादी के बाद उनके ससुर ने भाईयों का बंटवारा कर दिया। बटवारे में किसान चाची के हिस्से में मात्र दो एकड़ जमीन आई। पति के बेरोजगार होने के कारण और बंटवारे के बाद परिवार की जिम्मेदारी किसान चाची के कंधों पर आ गई। उन्होंने अपने हाथ में फावड़ा उठाया और अपने पति के साथ खेती करने लगी।
वहां के किसान सालों से तंबाकू की खेती करते थे। जब उनके पति तंबाकू की पत्तियां बेचने शहर जाते थे तब वो खेतों में अकेले पसीना बहाती थीं। यहीं से उन्होंने खेती की बारीकियों और जानकारियों को एकत्रित करना शुरु कर दिया। बाढ़ भी किसान चाची के हौसले को पस्त न कर सकी। एक बार तो बाढ़ ने उनकी फसल को तहस नहस कर दिया। इतने में से भी किसान चाची के हौसले पस्त नहीं हुए। उन्होंने फिर से धान और किनारे किनारे पपीते, केले और आम के पेड़ लगाए घर पर ही अचार बनाकर बेचना शुरु कर दिया।
सीएम ने भी किया सम्मानित
आज सरैया गांव में बंजर जमीन नहीं बल्कि चारों तरफ फसल लहलहाती है। इसकी सराहना खुद राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने भी की। सीएम ने उन्हें किसान श्री के अवार्ड से सम्मानित किया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)